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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के निकुंभ थाना क्षेत्र में आने वाले आलाखेड़ी गांव में घर से लापता हुई बालिका का शव मकान की छत पर रखी प्लास्टिक की टंकी में ही मिला। पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। किसी अज्ञात ने बालिका को पानी के टैंक में डाल दिया, जिससे उसकी मौत होने की बात सामने आई है। वही अब पुलिस इस रहस्य से पर्दा उठाने में जुट गई है कि बालिका को छत पर कौन लेकर गया था तथा उसे पानी की टंकी में डाल दिया। वहीं बालिका का शव मिलने से पहले अपहरण की सूचना ने पुलिस की खासी परेड करवा दी थी। यहां तक कि पुलिस पूरे जिले में नाकाबंदी करवा कर रही थी।
जानकारी में सामने आया कि जिले के डूंगला उपखण्ड क्षेत्र के आलाखेड़ी गांव में शनिवार को एक माह के मासूम के अपहरण की बात सामने आई थी। यहां आलाखेड़ी निवासी राजेश पुत्र भंवरलाल मेनारीया के दस माह की पुत्री के अपहरण की बात सामने आई थी। सूचना यह थी कि शनिवार को प्रातः 11 बजे तीन चार महिलाएं जो प्लास्टिक कचरा बीनने वाली आई, जिनके साथ एक ऑटो भी था। उक्त महिलाएं कचरा बीनने आई और मासूम को चोरी कर के ऑटो में लेकर फरार हो गए। इस सूचना मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक नगेंद्र कुमार, निकुंभ थानाधिकारी यशवंत सोलंकी सहित पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे और नाकाबंदी की। यहां तक कई ऑटो रुकवा कर तलाशी ली गई। इसी दौरान किसी ने मकान की छत पर जाकर देखा तो वहां रखी एक हजार लीटर की पानी की टंकी में मासूम पड़ी हुई थी। इसे निकाल कर तत्काल बड़ीसादड़ी चिकित्सालय के जाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पहले जहां पुलिस बालिका की तलाश में जुटी हुई थी वहीं अब इस बात की जांच के जुट गई कि 10 माह की मासूम को छत पर ले जाकर पानी के टैंक में किसने डाला।