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हजारेश्वर काजवे के यहां बनने वाला सबमर्सिबल पुल का निरीक्षण - निरीक्षण के बाद विधायक ने कही बड़ी बात - सीधा सवाल ने उठाया था मुद्दा
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने शहर के सुनियोजित एवं व्यवस्थित विकास को लेकर मंगलवार को शहर के हजारेश्वर महादेव मन्दिर के आगे से कीरखेड़ा को जोड़ने के लिए अधूरी पड़ी पुलिया का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यूआईटी के अधिकारियों पर कांग्रेस नेताओं के इशारे पर काम कर चुनिंदा लोगों को फायदा देने के उद्देश्य से हजारेश्वर पुलिया के नक्शे में छेड़छाड़ करने की बात कही। उल्लेखनीय है कि लंबे समय से बंद पड़े हजारेश्वर पुलिया के कार्य और जनता को हो रही परेशानी को लेकर सीधा सवाल ने 27 दिसंबर के अंक में जमीन पर नहीं उतर पा रहा हजारेश्वर काजवे के यहां बनने वाला सबमर्सिबल पुल' शीर्षक से समाचार का प्रकाशन किया था। इसमें पुल का काम बंद होने से हो रही परेशानी को उजागर किया था। इसके बाद अब विधायक भी इस पुल का निरीक्षण करने पहुंचे।
विधायक आक्या ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों एवं क्षेत्रवासियों से चर्चा की। उन्होने क्षेत्रवासियों को जल्द राहत मिले इसके लिए कार्य को पुनः आरम्भ करने को लेकर नगर विकास न्यास के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। उल्लेखनीय है कि हजारेश्वर काजवे की ऊंचाई बढ़ा कर पुलिया बनाने का कार्य लगभग एक वर्ष पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रारंभ किया गया था। लेकिन अपने कुछ चुनिंदा व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने की नियत से पुलिया के नक्शे में छेड़छाड़ कर पुलिया की दिशा बदल दी गई। इसकी वजह से मुआवजे का विवाद उत्पन्न हो गया और पुलिया का कार्य बंद हो गया। इस पुलिया निर्माण पर यूआईटी की और से करीब 8 करोड़ की राशी स्वीकृत की गई हैं। इस अवसर पर हजारेश्वर महादेव मंदिर के महंत चन्द्र भारती, पूर्व यूआईटी चेयरमैन सुरेश झंवर, पूर्व सभापति सुशील शर्मा, पूर्व जिला कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र झंवर, पार्षद अनिल ईनाणी, पूर्व पार्षद भोलाराम प्रजापत, योगेश सोनी सहित क्षेत्रवासी व् नगर विकास न्यास के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
जनता के पैसों से भू माफियाओं को लाभ पहुंचाना कांग्रेस की प्रवृति
निरीक्षण के दौरान विधायक आक्या ने बड़ा आरोप लगाया है। जनता के पैसों से भू माफियाओं को लाभ पहुंचाने की कांग्रेस की प्रवृत्ति को लेकर विधायक आक्या ने नाराजगी जाहिर की। साथ ही मौके पर यूआईटी अधिकारियों एवं क्षेत्रवासियों की उपस्थिति में पुलिया निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करने पर चर्चा की। विधायक आक्या ने कहा की अगर पुलिया की दिशा नही बदली गई होती और पुराने काजवे पर ही नई सबमर्सिबल पुलिया बनाई जाती तो पैसे और समय दोनों की बचत होती और अब तक पुलिया का निर्माण पूर्ण हो चुका होता।