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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर की दुकानों की बंदरबांट के मामले में प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है और जांच के आदेश दिए है। तीन सदस्यों की जांच कमेटी बनाई है और पांच दिवस में रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा कार्मिकों के प्रभार भी तत्काल प्रभाव से बदल दिए है। इतना ही नहीं सक्षम अधिकारी के आदेश के बिना जिन दुकानों का आवंटन किया उन्हें भी उक्त कार्यवाही के विधि एवं नियमों के विपरीत होने से प्रारंभत: शून्य घोषित कर दिया है। गौरतलब है कि दुकान आवंटन के इस मामले को सीधा सवाल ने प्रमुखता से गुरुवार के अंक में उजागर करते हुवे समाचार का प्रकाशन किया था। इसके बाद ही प्रशासन हरकत में आया और जांच के आदेश दिए है।
जानकारी में सामने आया कि अतिरिक्त जिला कलक्टर व मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सांवलियाजी मंदिर मण्डल ने सोमवार को एक आदेश दिया है। इसमें बताया कि समाचार पत्र एवं मंडफिया के लोगों ने उन्हें जानकारी मिली कि श्री सांवलियाजी मन्दिर मण्डल, मण्डफिया की परिसम्पत्तियाँ (दुकानें) विगत 8-10 दिनों में बिना सक्षम स्वीकृति एवं आदेश के अनाधिकृत कार्मिकों द्वारा कई व्यक्तियों को सुपुर्द कर दी गई। इसकी जानकारी मिलने पर श्री सांवलियाजी मन्दिर मण्डल मण्डफिया प्रशासन द्वारा संज्ञान लेते हुए उक्त कार्यवाही को विधि एवं नियमों के विपरीत होने से प्रारम्भतः शून्य घोषित कर दिया गया है। साथ ही प्रभारी लिपिक, सम्पदा अनुभाग श्री सांवलियाजी मन्दिर, मण्डफिया को तत्काल प्रभाव से वर्तमान पद से हटाकर गुरुवार शाम 5 बजे तक सम्पदानुभाग के नवीन पदस्थापित प्रभारी लिपिक को सम्पूर्ण कार्यभार साथ ही उक्तानुसार दी गई दुकानों की चाबियाँ संबंधित से पुनः प्राप्त कर) सुपुर्द करने हेतु आदेश जारी कर दिया गया है। इसकी पालना नहीं किये जाने पर विधिवत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इसके साथ ही सम्पदा अनुभाग में कार्यरत संविदा कार्मिक को सेवामुक्त करने हेतु संबंधित एजेन्सी को लिखा जा चुका है।
जांच कमेटी में होंगे तीन सदस्य
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बताया कि उक्त कृत्य की विस्तृत जांच करवाई जायेगी। इसके लिए श्री सांवलियाजी मन्दिर मण्डल, मण्डफिया के सहायक लेखाधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर 5 दिवस में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया जा चुका है। इस कमेटी में सहायक लेखाधिकारी भवानी शंकर तिवारी प्रशासनिक अधिकारी नंदकिशोर टेलर और वरिष्ठ लिपिक मनोहर लाल शर्मा को शामिल किया गया है
चाबियां सौंपने के भी दिए आदेश
मुख्य कार्यपालक अधिकारी अभिषेक गोयल ने एक अन्य आदेश भी दिया है, जिसमें बताया कि कई व्यक्तियों को चाबियां सौंपी गई है। लेकिन यह कार्यवाही शून्य घोषित कर दी गई है। इस कृत्य को अनियमित माना है। वहीं उन्होंने यह भी आदेश दिया कि सभी चाबियां संग्रहित कर नवीन संपदा अधिकारी मनोहर शर्मा को सौंपे। वहीं एक अन्य आदेश में मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने संपदा अनुभाग मनोहर लाल शर्मा को सौंप दिया। इसी के साथ संविदाकर्मी भूपेंद्र धोर्य को संपदा अनुभाग के स्थान पर नंद निकेतन धर्मशाला, ईश्वर लाल शर्मा को नंद निकेतन धर्मशाला से गौशाला अनुभाग और राधेश्याम अहीर को गौशाला अनुभाग से संपदा अनुभाग में पद स्थापित किया है।
नियमानुसार किया आवंटन
इधर, इस मामले में संपदा अधिकारी कालूलाल तेली का कहना है कि उन्होंने नियमानुसार दुकानों का आवंटन किया है। दुकान आंवटन के लिए जो सूची है उस पर मंदिर बोर्ड चेयरमैन और सभी सदस्यों के हस्ताक्षर है।