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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर के गांधीनगर क्षेत्र में मंगलवार को चोरों ने सुने मकान को निशाना बनाया। चोर यहां से 50 हजार से ज्यादा की नकदी के अलावा आभूषण भी चोरी कर के ले गए। चोरी के वारदात के दौरान परिवार के सदस्य बाजार में पूजन सामग्री खरीदने गए थे। करीब डेढ़ घंटे बाद पुनः लौटे तो मकान के ताले टूटे हुए देख होश उड़ गए। इस मामले की जानकारी मिली तो कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिवार से जानकारी ली। इसमें चोरों के खाली भूखंड से मकान में घुसने की बात सामने आई है। पुलिस आस-पास के सीसी टीवी कैमरे खंगाल कर चोरों की तलाश में जुड़ गई है।
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ शहर के गांधीनगर सेक्टर 5 में मजिस्ट्रेट कॉलोनी के पीछे की ओर कंसलटेंट ललित आसानी का मकान है। मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे यह अपनी मां के साथ बाजार में खरीदारी करने गए थे। पूजन सामग्री सहित अन्य सामग्री खरीद कर करीब डेढ़ घंटे बाद घर पर पहुंचे तो मकान का ताला टूटा होकर दरवाजा भी खुला मिला। अंदर जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए। अंदर एक कमरे में दो अलमारी सहित बच्चों का सामान बिखरा हुआ मिला। इसकी इन्होंने तत्काल अपने रिश्तेदारों के साथ ही कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी। कोतवाली थाने से एएसआई जितेंद्रसिंह मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौका देखा और साथ ही आस-पास के मकान में लगे सीसी टीवी फुटेज भी देखे। जानकारी यह भी मिली कि दो मकान पर लगे कैमरे बंद पड़े हुए थे। ललित आसमानी का कहना है कि अज्ञात चोर मकान में घुसे और यहां से करीब 50 हजार की नगदी, सोने की पांच गिन्नियां, तीन विदेशी घड़ियां, करीब छह तौला वजनी सोने के आभूषण, चांदी के आभूषण सहित अन्य सामग्री चुरा कर ले गए। इस संबंध में कोतवाली थाना पुलिस को रिपोर्ट दी है बताया गया है कि ललित आसमानी के मकान के पास भूखंड खाली पड़ा हुआ है। इसी क्षेत्र से मकान में अज्ञात चोर कूदे। चोरी की वारदात दिन दहाड़े हुई, जिसकी पड़ोसियों तक को भनक नहीं लग पाई।
एक ही कमरे की ली तलाशी, जानकारी से इंकार नहीं
जानकारी में सामने आया कि ललित आसनानी के मकान में चोर घुसे और और एक ही कमरे की तलाशी ली, जहां पर नकदी व आभूषण रखे हुए थे। चोरों ने अन्य किसी दूसरे कमरे में किसी भी सामान को हाथ तक नहीं लगाया। ऐसे में किसी जानकार व्यक्ति के इस चोरी के वारदात में शामिल होने से इंकार नहीं किया जा सकता। वहीं डेढ़ घंटे की अवधि में ही चोरी की वारदात करके पुनः निकल जाना भी किसी जानकार पर ही संदेह को पुख्ता करता है।