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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के एक सरकारी स्कूल में गांधी-शास्त्री जयंती पर स्कूल का स्टाफ आने के कुछ देर बाद स्कूल के ताला लगा कर चला गया। तभी एक निरीक्षक दल मौके पर पहुंच गया, जिसमें स्कूल के ताला लटका मिला। ऐसे में गंगरार सीबीईओ ने पूरे स्टाफ को ही कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें पूरे स्टाफ से जवाब मांगा है कि गांधी-शास्त्री जयंती के दिन पूरा स्टाफ कहां चला गया था। वहीं एक साथ पूरे स्टाफ को कारण बताओ नोटिस देना शिक्षा विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जानकारी में सामने आया कि गंगरार उपखंड क्षेत्र में आने वाले करेडिया स्कूल का स्टाफ नदारद था। मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी समग्र शिक्षा गंगरार महेश कुमार व्यास ने नोटिस में बताया कि 2 अक्टूबर राज्य सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रखर राजस्थान के तहत विद्यालय का अवलोकन किया जाना था। लेकिन विद्यालय के निरीक्षण के समय 11.20 बजे मुख्य द्वार पर ताला लगा हुआ था। संस्थाप्रधान एवं पूरा स्टाफ निरीक्षण के समय अनुपस्थित था। विद्यालय परिसर के पास रहने वाले विद्यार्थियों और मोतबिरों से संपर्क किया। इसमें बताया कि सुबह विद्यालय खुला था लेकिन शीघ्र स्कूल में छुट्टी कर के पूरा स्टाफ चला गया। नोटिस में हवाला दिया कि राज्य सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम निपुण मेले में अपने पीईईओ विद्यालय पर भी प्रतिभागी विद्यार्थियों सहित उपस्थित नहीं हुवे।स्कूल ने व्हाट्सएप के भ्रामक मैसेज का हवाला देकर स्कूल में छुट्टी कर दी जो, शिविर पंचांग, राज्य सरकार और शिक्षा विभाग के आदेशों की अवहेलना है। मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने तीन दिन में जवाब मांगा है। इधर, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा राजेंद्र शर्मा ने बताया कि करेडिया स्कूल के स्टाफ को कारण बताओ नोटिस दिया है। जवाब मिलने पर मामले पर कारणों की जांच की जाएगी।