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शंभूपुरा थाना पुलिस कर रही मामले की जांच
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले में फर्जी तथ्य बताकर सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाली शिक्षिका सीमा मीणा का एक नया कारनामा सामने आया है। शिक्षिका ने निजी विद्यालय में पढ़ने वाली एक बच्ची को लेकर विद्यालय में पहुंचकर जमकर उत्पात मचाया वहां मौजूद शिक्षकों और कार्मिकों के साथ मारपीट की। जिसके बाद राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मायरा में पदस्थापित शिक्षिका सीमा मीणा के विरुद्ध शंभूपुरा थाना में शिकायत की गई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार गत दिनों फर्जी तथ्यों के जरिए सरकारी नौकरी प्राप्त करने का मामला सामने आया था। इस प्रकरण ने अरनिया पंथ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के तत्कालीन पीईईओ अभिषेक चाष्टा को राज्य स्तर पर सम्मानित किए जाने के बाद तूल पकड़ लिया और इसके पश्चात मामले में तीन सदस्यों की नई जांच कमेटी वर्तमान में इस प्रकरण की जांच कर रही है। इसी बीच शिक्षिका गुरुवार सुबह शंभूपुरा में संचालित एक निजी विद्यालय में पहुंची और वहां पढ़ने वाली एक बालिका अक्षिता मीणा को लेकर विवाद करने लगी। जानकारी में यह भी सामने आया कि विद्यालय समय में शिक्षिका सीमा मीणा बालिका को विद्यालय परिसर में नुकसान पहुंचाना चाहती थी। लेकिन विद्यालय के कार्मिकों ने उसे रोका जिस पर वह मारपीट करते हुए उत्पात मचाने लगी। बाद में पुलिस को सूचना दी गई और महिला शिक्षिका सीमा मीणा को शंभूपूरा थाने में ले जाया गया। शिक्षिका सीमा मीणा के विरुद्ध थाने में शिकायत प्राप्त होने की पुष्टि विद्यालय के प्रधानाध्यापक सूरजमल धाकड़ और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अरनिया पंथ पीईईओ सुशीला डाड ने की है। वही प्रकरण की जांच कर रहे सहायक उप निरीक्षक विश्वजीत सिंह से जानकारी लेने पर सामने आया कि निजी विद्यालय में झगड़ा करने की जानकारी मिली थी एक महिला सीमा के विरुद्ध शिकायत प्राप्त हुई है। इधर सूत्रों ने बताया कि फर्जी तथ्यों से नौकरी प्राप्त करने वाली शिक्षिका सीमा मीणा थाने में अपना उपनाम गलत बता रही है इस विद्यालय में पदस्थापित अन्य शिक्षिका का सामान नाम होने का फायदा उठाते हुए उसके उपनाम का प्रयोग कर रही है। उल्लेखनीय है कि शिक्षिका सीमा मीणा ने राजकीय सेवा प्राप्त करने के दौरान गलत शपथ पत्र देते हुए अपने कोई संतान नहीं होने का हवाला दिया था। लेकिन बाद में संपर्क पोर्टल पर शिकायत होने के चलते की गई जांच में शिक्षिका के बयानों के आधार पर दो संतान होने की जानकारी सामने आई थी। शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को जानकारी होने के बावजूद कार्यवाही नहीं की गई। और प्रकरण में जांच अधिकारी रहे तत्काल इन पीडीईओ अभिषेक चाष्टा के राज्य स्तर पर सम्मानित होने के बाद इस प्रकरण ने तुल पकड़ लिया और बाद में नए सिरे से जांच करवाने की बात अधिकारियों द्वारा कही गई। वर्तमान में इस प्रकरण की जांच की जा रही है इसी बीच निजी विद्यालय में पढ़ने वाली एक बच्ची को नुकसान पहुंचाने की चेष्टा से विद्यालय में पहुंची इस सरकारी शिक्षिका सीमा मीणा का आचरण पूरे मामले को और गंभीर बना रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की शिकायत के आधार पर जांच में जुटी हुई है।