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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने देखा मौका, एफएसएल टीम ने भी जुटाए साक्ष्य
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के विजयपुर थाना क्षेत्र में बुधवार रात को नीमच मंडी से लौट रहे व्यवसायी पर हुई फायरिंग के मामले की पुलिस हर पहलू से जांच में जुटी हुई है। फिलहाल तीन पहलू मुख्य रूप से पुलिस के सामने जांच का विषय है। घटना को 60 घंटे से ज्यादा समय हो गया लेकिन पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है। इधर, जिला मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने भी शुक्रवार को मौके पर पहुंच जांच की है। वहीं जिस युवक के गोली लगी उसके पिता ने शहर में रहने वाले एक युवक के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दी है। इसको भी पुलिस ने जांच में रखा है।
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिले के विजयपुर थाना क्षेत्र में बुधवार रात को फायरिंग की घटना हुई थी। विजयपुर निवासी काव्यांश जैन बुधवार रात चित्तौड़गढ़ निवासी पिनाक उर्फ कानू पुत्र संजय अग्रवाल तथा दिनेश चौधरी के साथ नीमच मंडी अनाज लेकर गया था। वापसी में काव्यांश जैन पिकअप को चल रहा था जबकि पिनाक अग्रवाल इसके पड़ोस में व चालक दिनेश चौधरी पीछे बैठा हुआ था। रास्ते में अमरपुरा व पालछा के बीच अज्ञात लोगों ने इन्हें रोका और फायर कर दिए। इसमें पिनाक अग्रवाल के गोली लगी थी। इसे गंभीर अवस्था में पहले उदयपुर तथा बाद में अहमदाबाद रेफर किया था। इस संबंध में पुलिस ने काव्यांश जैन की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज करते हुए अनुसंधान शुरू किया। रात को ही चित्तौड़गढ़ पुलिस उप अधीक्षक ग्रामीण शिवप्रकाश टेलर मौके पर पहुंचे थे। प्रार्थी व घायल से पुलिस ने बात की थी। वहीं घटना को अब 60 घंटे से ज्यादा समय हो गया। लेकिन पुलिस वारदात का खुलासा नहीं कर पाई है। पुलिस के सामने तीन पहलू सामने आ रहे हैं। वहीं घायल पिनाक अग्रवाल के पिता संजय अग्रवाल ने शुक्रवार को ही पुलिस अधीक्षक को शिकायत भेजी है।
एएसपी ने देखा मौका, ग्रामीणों से भी की बात
जानकारी में सामने आया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ सरितासिंह भी शुक्रवार को विजयपुर थाना क्षेत्र में पहुंची। यहां पालछा व अमरपुरा के बीच में जिस जगह फायरिंग हुई वहां का मौका देखा है। घटना के हालात के बारे में स्थानीय पुलिस से जानकारी ली। इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरितासिंह विजयपुर भी पहुंची, जहां पर भी उन्होंने लोगों से बात की है। इसमें भी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की बात सामने आई है। ग्रामीणों ने मौखिक रूप से पुलिस डीएसटी टीम के फायर करने की बात कही है।
एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य
जानकारी मिली है कि भीलवाड़ा से एफएसएल टीम भी शुक्रवार को मौके पर पहुंची। यहां टीम ने घटना से जुड़े साक्ष्य जुटाए हैं। वही एक दिन पूर्व गुरुवार अपराह्न में चित्तौड़गढ़ एसपी कार्यालय से एमओबी की टीम को भी मौके पर भेजा गया था। इस टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए है।
जांच में बीटीएस टावर लोकेशन हो सकती है महत्वपूर्ण
इधर, जानकारी मिली है कि घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को पुलिस ने घटनास्थल से बीटीएस टावर लोकेशन जुटाई है। अमूमन ऐसा होता आया है कि चोरी की वारदात भी अगर सामने आती है तो सबसे पहले पुलिस बीटीएस टावर लोकेशन ही लेती है। वहीं फायरिंग की घटना में दूसरे दिन टावर लोकेशन निकलवाने के बाद ऐसा माना जा सकता है कि पुलिस शीघ्र इस मामले का खुलासा कर सकती है।
घायल युवक के पिता ने दी शिकायत
इधर, घायल पिनाक अग्रवाल के पिता संजय अग्रवाल ने पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत भेजी है। इसमें बताया कि पूर्व में हुवे एक कार्यक्रम और उसके बाद शहर के दुर्ग मार्ग पर ऋतिक पुत्र विष्णु ओझा ने लगातार दो बार उससे अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी दी। मामले में ऋतिक ओझा के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई है। हालांकि फायरिंग को लेकर कोई आरोप शिकायत में नहीं लगाए गए हैं। पुलिस पूरे मामले में जांच में जुटी हुई है।
आशंका -1, लूट के लिए फायर
फायरिंग की जो घटना हुई है इसमें पहले आशंका तो यह है कि पिकअप में सवार अनाज व्यवसायी नीमच मंडी से लौट रहे थे। ऐसे में उनके पास अच्छी खासी नगदी हो सकती थी। इसके चलते लूट की आशंका से पिकअप को रुकने का प्रयास किया हो और बाद में आरोपियों ने फायरिंग कर दिया हो। पुलिस इस पहलू से मामले की जांच में जुटी है।
आशंका -2, धमकी देने पर शंका
फायरिंग का यह मामला सामने आने के बाद ही पुलिस ने जांच शुरू की थी। इसमें चित्तौड़गढ़ शहर में रहने वाले एक युवक के धमकी देने की बात सामने आई थी। ऐसे में पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है कि कहीं धमकी देने वाले ने तो फायरिंग की घटना नहीं करवाई हो।
आशंका -3, पुलिस टीम ने तो नहीं कर दी फायरिंग
इस मामले में एक और आशंका जताई जा रही है। अमूमन पुलिस की स्पेशल टीम के अलावा थाना पुलिस भी तस्करी की आशंका में लगातार नाकाबंदी करती है। विशेष जोर विजयपुर और कनेरा घाटा भी रहता है। ऐसे में यह आशंका भी है कि पुलिस की स्पेशल टीम ने तस्कर समझ कर अनाज व्यवसायी के वाहन को रुकने का प्रयास किया हो। बिना नंबरी वाहन और बिना पुलिस वर्दी में देख अनाज व्यवसायी ने अपना वाहन नहीं रोका हो। इस पर पुलिस ने तस्कर समझ कर फायरिंग कर दी हो। यह भी हो सकता है कि मौके पर पुलिस के एक से अधिक वाहन हो।
वर्जन ....
फायरिंग के मामले में पुलिस हर पहलू से मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने फायरिंग वाले स्थान की मोबाइल टावर लोकेशन की जानकारी निकलवाई है। घायल युवक के पिता ने भी एक शिकायत भेजी है। इसकी भी पुलिस जांच में जुटी है।
शिव प्रकाश टेलर, पुलिस उप अधीक्षक चित्तौड़गढ़ ग्रामीण