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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। संविधान दिवस पर मंगलवार को प्रातः वाल्मीकि समाज ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर विशाल सभा व विचार गोष्ठी का आयोजन किया।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष पार्षद विजय चौहान ने बताया कि देश आजाद होने के पश्चात आज पहली बार वाल्मीकि समाज ने चित्तौड़गढ़ में सविधान दिवस मनाया। मुख्य वक्ता राष्ट्रीय दलित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण कंडारा थे जिन्होंने सविधान की प्रस्तावना पर प्रकाश डालते हुए अपना उद्बोधन दिया और सरकार से मांग की कि संविधान दिवस को एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जावे एवं सरकारी अवकाश की मांग की। इस दौरान अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश राठौर, कांग्रेस जिला महामंत्री दिनेश सिसोदिया, पार्षद रेखा आदिवाल, रेलवे वाणिज्य अध्यक्ष सेवानिवृत्त सालगराम छत्रपति, सेवानिवृत्त तहसीलदार शिवनारायण मल्होत्रा, बीएल घारू जिंक, मेवाड़ वाल्मीकि सेवा संस्था के अध्यक्ष राजन मल्होत्रा, अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेंद्र राठोर, वाल्मीकि महासभा जिलाध्यक्ष राजेश लोट, दिलीप बेनीवाल, भंवरलाल सिंगोलिया, अखिल मेवाड़ वाल्मीकि समाज के जिलाध्यक्ष छवि देशबंधु आदि ने विचार व्यक्त किए। आभार विजय चौहान ने व्यक्त किया।
इस दौरान वाल्मीकि समाज के सूरज गावरी, राजेश आदिवाल, बालमुकुंद घारू, श्रीकांत लोट, अजय लोट, युवराज कंडारा, राधाकिशन टांक, अजय घारु, शिवम लोट, किशन खोखर, आशीष लोट, सनी लोट, रमन गारु, मनोज मल्होत्रा, शंकर लोट, जितेश मल्होत्रा, अंकुश आदिवाल, कमलकिशोर गारु, शीतल आर्य, ज्योति अटवाल, देवेश देसाई, अमन गावरी, पुष्पा पंडित, रवि चंदेल, पूरणमल मल्होत्रा, राहुल सिंगोलिया, लखन चनाल, संजय लोट सावा, शेट्ठी वाल्मीकि, राहुल पंवार, जाकिर हुसैन, रतन लोट, नरेंद्र मल्होत्रा, विनोद लोट, जिमी कंडारा, कैलाश मल्होत्रा, शंभू दयाल नकवाल, शांतिलाल छपरीबंद भादसोड़ा, नारायण छत्रपति, महेंद्र छापरवाल, दीपक लोठ, कुलदीप भावरे, विजय नकवाल, कमलेश कोदली, जोन घारू, सुजीत लोट, किशन राठौड़, अमृत मल्होत्रा, रोहन मल्होत्रा, भेरूलाल मल्होत्रा, कमलेश खोखर, शिवम लोट, चन्द्रशेखर गोरण, मुकेश राठौड़, अरविन्द घावरी, रजनी खोखर, राखी लोट, इन्द्रा लोट, केसर, आशा, राधाबाई, रामकन्या, लीला, संतोष, मधु देवी, संगीता, मीना बेनीवाल, कमला, अनिता, हेमा, मोहम्मद अशरफ, राकेश बारेसा, प्रहलाद पंवार, निर्मल गोयर, नरेश खेरालिया, देवनारायण लोट, सुभाष छपरीबंद, शैलेन्द्र पंडित आदि मौजूद रहे।