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विभाग करवायेगा डिस्एबीलीटी सर्टीफिकेट की पुरी जांच
सीधा सवाल। भूपालसागर। भूपालसागर महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनवाड़ी सहायिका पद पर भर्ति कि प्रकिया के लिए ऑफ लाईन आवेदन 2 जुलाई 2024 से 26 अगस्त 2024 तक लिए जाने कि तारीख विभाग द्वारा तय कि गई थी मगर किसी कारणवश अन्तिम तिथी 5 अगस्त किया गया उसको फिर से 26 अगस्त किया गया। जो कि फिर से कुछ दिनों के लिए और बढाया गया। इस पद पर भर्ति के लिए ऑन लाईन डिस्एबीलीटी सर्टीफिकेट मांगा गया था। मगर जावा में एक पद पर चार अभ्यथीर्यों द्वारा अलग अलग आवेदन प्राप्त हुए थे। चारों आवेदनों मे से दो आवेदन कम अंक आने से निरस्त हो गये तथा दो आवेदन रह थे आवेदनों में दोनो अभ्यर्थीयों के अंक बराबर आये है। अंक बराबर आने के बाद यह पेच फंस गया कि अब किसे भर्ति किया जाय। सरकार कि र्गाउड लाईन के आधार पर डिस्एबीलीटी सर्टीफिकेट वाले को प्राथमिकता दीया जाना है। लेकिन दुसरे पक्ष द्वारा डिस्एबीलीटी सर्टीफिकेट गलत होने का आरोप लगाया जा रहा है।
अब मामला इस प्रकार से है कि एक अभ्यर्थी द्वारा दुसरे अभ्यर्थी पर झुठे डिस्एबीलीटी सर्टीफिकेट का आरोप लगाया जा रहा है। इस मामले कि सुचना पर ग्राम पंचायत पटोलिया के वार्ड नं. 7 के वार्ड पंच भगवान लाल जाट एवं सरपंच सीता देवी ने विभाग को डिस्एबीलीटी सर्टीफिकेट कि जांच के लिए लिखा हे। जिस पर विभाग द्वारा इस कार्यवाही को रोकते हुए पुनः जांच करवाने कि बात कही है।
ईधर दुसरे आवेदन कर्ता के पति ने विभाग से सारी जानकारी के लिए सुचना के अधिकार के तहत सारे दस्तावेज मांगे जिस पर विभाग ने सारे दस्तावेज उपलब्ध करा दिये तथा जावा आंगनवाडी केन्द्र कि भर्ति को रोकते हुए सारे पदों पर करीब करीब भर्ति प्रक्रिया पुरी कर ली है। ईधर दुसरे अभ्यर्थी के पति कैलाश जाट द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि एक अभयर्थी द्वारा डिस्एबीलीटी सर्टीफिकेट 24 अगस्त 2024 को ही बनवाया गया है जो कि गलत है और वो ऑन लाईन नहीं बना हुआ है।