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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में खोले गए भंडार से चढ़ावा राशि का एक नया रिकॉर्ड बना है। इस बार दो माह में खोले भंडार के तीन चरण की गणना पूरी हो चुकी है और 19 करोड़ 22 लख रुपए गिने जा चुके हैं। वहीं गत वर्ष इसी अमावस्या पर करीब 13 करोड़ 86 लाख रुपए का चढ़ावा राशि निकली थी। इस बार तीन दिन और चढ़ावा राशि की गणना की जानी है। ऐसे में अब तक का हाईएस्ट रिकॉर्ड बन जाएगा। श्री सांवलियाजी मंदिर में अब चढ़ावा राशि की गणना का चौथा चरण बुधवार सुबह से होगा।
जानकारी में सामने आया कि श्री सांवलियाजी मंदिर में दीपावली वाली अमावस्या पर भंडार नहीं खोला जाता है। ऐसे में अगली अमावस्या पर दो माह का भंडार खुलता है। श्री सांवलियाजी मंदिर में 30 नवंबर को चतुर्दशी के अवसर पर भंडार खोला गया था। इसमें पहले दिन 11 करोड़ 34 लाख 75 हजार रुपए की गणना हुई। इसके बाद अमावस्या पर आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण चढ़ावा राशि की गणना नहीं की गई थी। वहीं दूसरे चरण में सोमवार को 3 करोड़ 60 लाख रुपए की गणना हुई। इसी प्रकार शेष रही चढ़ावे राशि की गणना मंगलवार को तीसरे चरण में हुई। इसमें 4 करोड़ 27 लाख 80 हजार रुपए की गणना की गई। शाम होने के बाद चढ़ावा राशि की गणना को रोक दिया गया। ऐसे में तीन चरण में हुई गणना में अब तक 19 करोड़ 22 लाख 55 हजार रुपए प्राप्त हुए हैं। मंदिर प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार गत वर्ष दीपावली के बाद वाली इसी अमावस्या पर जो भंडार खोला गया था उसमें करीब 13 करोड़ 86 लख रुपए की चढ़ावा राशि ही प्राप्त हुई थी। भंडार से नगद चढ़ावे की बात की जाए तो सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड करीब 15 करोड़ का है। वहीं अब तक 19 करोड़ से ज्यादा नकद राशि भंडार से गणना की जा चुकी है। मंदिर प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार दो अब भी दो पेटियां और एक भंडार की गणना शेष है। वैसे तो नगद चढ़ावा राशि का नया रिकॉर्ड बन चुका है। फिर भी तीन दिन और भंडार की गणना की जानी है। इसके अलावा भेंट कक्ष में जो राशि आती है वह अलग है। इसके अलावा भंडार से निकलने वाले तथा भेंट कक्ष में आने वाले सोना-चांदी का वजन भी शेष है, जिसे जिसे आगामी दिनों में पूरा किया जाएगा। सांवलियाजी मंदिर में मंगलवार को की गई गणना के दौरान मंदिर बोर्ड अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर, सदस्य संजय कुमार मंडोवरा, अशोक शर्मा, शंभू लाल सुथार, संजय मंडोवरा, प्रशासनिक अधिकारी प्रथम शिव शंकर पारीक, प्रशासनिक अधिकारी द्वितीय नंदकिशोर टेलर, संपदा सहायक प्रभारी राधेश्याम अहीर, संस्थापन अधिकारी लेहरी लाल गाडरी, मंदिर प्रभारी राजेंद्र शर्मा, स्टोर प्रभारी मनोहरलाल चौबीसा, सुरक्षा सहायक भारतसिंह के अलावा बैंक कर्मचारी और मंदिर मंडल के कर्मचारी मौजूद रहे।