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सीधा सवाल। भूपालसागर। मां गायत्री गुरुकुलम् उच्च प्राथमिक विद्यालय, श्री उदय पैलेस गायत्रीनगर, भूपालसागर में श्रीमद्भगवद्गीता जयंती का आयोजन नन्हे-मुन्ने बाल गोपालों के सामूहिक गायन से शुभारंभ हुआ। गीत की पंक्तियाँ- “जाने क्या जादू भरा हुआ, भगवान तुम्हारी गीता में। मन चमन हमारा हरा हुआ, श्री कृष्ण तुम्हारी गीता में।” की मधुर प्रस्तुति ने समारोह में चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम की शुरुआत अर्जुन एवं भगवान श्री कृष्ण के चित्र पर माल्यार्पण एवं छत्र धारण से हुई। साथ ही श्रीमद्भगवद्गीता को मंच पर स्थापित कर धूप-दीप प्रज्वलित किया गया। इसके पश्चात भगवान श्रीकृष्ण के हृदयामृत से परिपूर्ण गीता श्लोकों का सामूहिक गायन किया गया। विद्यालय प्रबंधक सुनील कुमार सोनी, प्रधानाध्यापिका सुरेखा सिंह राघव और शिक्षिकाओं - कविता सुखवाल, कांता गर्ग, फरजाना मिर्जा, सपना सोनी, एवं कुसुम गोड़ ने गीता के महत्व को सरल शब्दों में बच्चों के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, “गीता का ज्ञान केवल वृद्धावस्था में मोक्ष प्राप्ति के लिए नहीं, बल्कि बाल्यकाल से ही जीवन में सही दिशा और नैतिक मूल्यों की समझ के लिए आवश्यक है।”
कार्यक्रम के दौरान राजस्थान सरकार से अपील की गई कि विद्यालय पाठ्यक्रम में गीता का ज्ञान अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए ताकि बच्चे इसे प्रारंभ से ही आत्मसात कर सकें। कार्यक्रम को सफल बनाने में चांदनी सोनी, ममता सोनी, सपना कुंवर, रीना कुंवर, श्वेता गोयल, शारदा सेन, एवं रेखा माली ने विशेष योगदान दिया। प्रसाद के रूप में जेब में रखी जा सकने वाली गीता की प्रतियां वितरित की गईं, ताकि हर कोई इसे अपने साथ लेकर चल सके और जीवन में इसका मार्गदर्शन प्राप्त कर सके। सभी ने विद्यालय के प्रयासों की सराहना की और गीता ज्ञान के प्रचार-प्रसार का संकल्प लिया।