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सीधा सवाल। भूपालसागर। मेवाड़ के शंखेश्वर श्री करेड़ा पार्श्वनाथ जैन तीर्थ में उपधान तप की आराधना का आयोजन बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ चल रहा है। इस पवित्र अवसर पर परम पूज्य आचार्य निपुण रत्न सूरीश्वर जी महारसा ने अपने प्रवचन में कहा कि जीवन में नमस्कार की साधना से चमत्कार उत्पन्न होते हैं। तीर्थभूमि पर की जा रही भक्ति और तप क्षेत्र की पवित्रता को और अधिक बढ़ा रही है। पौषधव्रत में मौन एकादशी की आराधना करते हुए अनेक श्रद्धालुओं ने पूर्ण मौनव्रत धारण किया। ठंड के बीच तप और आराधना करते हुए आत्माओं ने उत्साह के साथ अपनी क्रियाओं का पालन किया, जिससे तीव्र कर्म निर्जरा हुई। आगामी 14 दिसंबर को मेवाड़ क्षेत्र के सभी श्वेतांबर मूर्ति पूजक जैन श्री संघों का स्नेह मिलन आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह स्नात्र पूजा से होगी, दोपहर में अधिवेशन और शाम को भक्ति संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीतकार दीपक करणपुरिया अपनी मधुर आवाज़ से दादा के समक्ष भजन प्रस्तुत करेंगे। 15 दिसंबर को तीनों तीर्थों की प्रतिष्ठा के निमित्त जाजम का आयोजन किया गया है, जिसमें प्रतिष्ठा संबंधी सभी लाभ प्रदान किए जाएंगे। उपधान के तहत प्रतिदिन विभिन्न श्री संघों की महिला मंडल द्वारा स्नात्र पूजा, पंचकल्याणक पूजा और स्तवन का आयोजन किया जा रहा है। मेवाड़ क्षेत्र की महिला मंडलाएं प्रतिदिन करेड़ा तीर्थ पर आकर भक्ति और आराधना में हिस्सा ले रही हैं, जिससे तीर्थ की महिमा और बढ़ रही है।