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- उत्पादन का एक चोथाई चणा ही लिया जा रहा है सेंटर पर
शाहपुरा। शाहपुरा कृषि मंडी में राज्य सरकार की ओर से काश्तकारों के चणा जिंस की समर्थन मूल्य पर क्रय करने के में किसान स्वयं को ठगा महसूस कर रहा है। एक तो आॅन लाइन पंजीयन नहीं हो रहा है दूसरा काश्तकारों की पैदावार भी पूरी नही ंक्रय की जा रही है। समर्थन मूल्य पर क्रय केवल एक चैथाई ही लिया जा रहा है। काश्तकारों ने कहा है कि ऐसा होने से बची हुई फसल को औने पौने दामों में बाजार में बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। काश्तकारों ने बताया कि शाहपुरा में राजस्व खातों का अपडेशन पूरा न होने के कारण कई नामांतरण नहीं खुल सके है, इस कारण भी काश्तकारों को राजस्व खाते की नकल लेने में दिक्कत आ रही है। उसमें हिस्सा तक दर्ज नहीं है। ऐसे में काश्तकार अपनी गिरदावरी रिपोर्ट के लिए परेशान हो रहे है। ई मित्र से राजस्व नकल लेने के बाद भी पटवारी से उसमें हिस्सा व अपडेशन दर्ज कराना पड़ रहा है। इसके लिए राजस्व विभाग भी कोई सुनवायी नहीं कर रहा है। आन लाइन टाॅकन लेने व पंजीयन का कार्य भी नहीं हो रहा है क्यों कि शाहपुरा का जितना लक्ष्य रखा गया है उतने का पंजीयन होना बताया जा रहा है फिर काश्तकार अब अपनी पैदावार को कहां बेचे।
मंडी सचिव उमेश शर्मा का कहना है कि सरकार के निर्देशों की पालना में समर्थन मूल्य पर केवीएसएस द्वारा तुलाई करवायी जा रही है। काश्तकारों को 48 घंटे में भुगतान की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे पास जितनी तुलाई कराने के आदेश है उतनी मात्रा में ही चणा की तुलाई करायी जा रही है। उन्हांेने काश्तकारों से कम संख्या में मंडी पहुंचने व मास्क का उपयोग करने का आव्हान किया है।