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छोटीसादड़ी। अखिल भारतीय प्रबोधक संघ के पदाधिकारियों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी विनोद मल्होत्रा को ज्ञापन देकर वेतन कटौती वेतन स्थगित और फ्रिज किए गए डीए पर पुनर्विचार करने की मांग की है। इससे पूर्व सभी कर्मचारी हाथ में बैनर और काली पट्टी बांध सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचे।मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में बताया गया है कि वेतन कटौती आदेश का संगठन विरोध करता है एवं कड़े शब्दों में निंदा करता है।राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों का ना तो केवल विश्वास में लिया है और ना ही उनकी सहमति ली गई है।ऐसे आदेश नियम विरोध व अनुचित हैं।इसे वापस लिया जाए साथ ही यह भी बताया कि सरकार द्वारा मार्च 2020 के 16 दिन का वेतन स्थगित कर रखा है।उसे भी जारी किया जाए। साथ ही फ्रिज किया गए डीए 4% को दिया जाए।इससे राज्य कर्मचारियों पर तीहरी मार पड़ रही है। राज्य सरकार द्वारा बार-बार घोषणा करने के बाद भी आज तक प्रबोधक डीपीसी नहीं हो पाई है।यह गैर वित्तीय मांग है। इसे जल्द पूरा किया जाए। प्रबोधक, पैराटीचर, शिक्षाकर्मी आदि के रूप में दी गई सेवा को नोशनल लाख के रूप में जोड़ते हुए प्रबंधकों को पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाए। प्रबोधको को अध्यापकों की वेतन विसंगति संबंधित सामंत कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करते हुए लाभकारी निर्णय लागू किया जाए। साथ ही प्रबोधक सेवा के से वंचित पैराटीचर शिक्षाकर्मी,मदरसा पैराटीचर को नियमित कर उन्हें शोषण से मुक्त किया जाए। ज्ञापन देने के बाद सभी ने उपखंड कार्यालय के बाहर ही सरकार द्वारा जारी किए वेतन कटौती के आदेश की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। ज्ञापन देने मे अध्यक्ष मैमूना खान, उपाध्यक्ष राजेश वर्मा,प्रवक्ता मोहनलाल मीणा, प्रबोधक संघ के जिला अध्यक्ष मोहनलाल मीणा,संतोष निनामा, संजीव कटारा,सीता अहीर, शांता रजनी, राजेश वर्मा, विकास सिद, सुनीता परिहार,देवेंद्र डामोर,वजेराम मीणा,हीरा लाल मीणा,अरुण कुमार,सरोज मेघवंशी,नरेश प्रजापत,टीकाराम और अरविंद शर्मा मौजूद थे।