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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा पत्र, चार सहकारी संस्थाओं के अध्यक्ष आए आक्या के समर्थन में
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटने की चर्चा पूरे प्रदेश में है। साथ ही उनके समर्थन में काफी लोग सामने आए हैं। वहीं विधायक आक्या भी विधानसभा चुनाव में नामांकन भरने का मन बना लिया है और तारीख की भी घोषणा कर दी है। टिकट को लेकर सहकारी संस्थाओं से जुड़े अध्यक्ष आगे आए हैं। केंद्रीय सहकारी एवं गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखे गए हैं। इसमें मुख्य रूप से बताया है कि विधायक आक्या का टिकट कटने से सहकारिता के क्षेत्र में काफी नुकसान होगा। साथ ही चित्तौड़ विधानसभा टिकट पर पुनर्विचार करने की मांग प्रमुखता से की गई है। जानकारी में सामने आया कि सहकारिता के क्षेत्र में भाजपा का शुरू से दबदबा रहा है। वहीं चित्तौड़गढ़ जिले में सहकारिता से ही अपनी राजनीति में आगे बढ़ने वाले विधायक चंद्रभानसिंह आक्या लंबे समय से सहकारिता के चुनाव में चित्तौड़गढ़ जिले की धुरी रहे हैं। यही कारण है कि सहकारी संस्थाओं से जुड़े पदों पर भाजपा समर्थित कमान संभाले हुवे है। वहीं अब आक्या का टिकट कटने के बाद सहकारी संस्थानों से जुड़े पदाधिकारी आगे आए हैं। केंद्रीय मंत्री की लिखे पत्र में सभी ने सामूहिक रूप से बताया कि चित्तौड़गढ़ विधानसभा के विधायक चंद्रभानसिंह के प्रयासों से चित्तौड़गढ़ में सहकारिता के क्षेत्र में बीजेपी आगे है। भाजपा समर्थित बोर्ड भी बनता आ रहा है। चित्तौड़गढ़ में सहकारिता के चुनाव विधायक चंद्रभानसिंह आक्या के नेतृत्व में ही लड़ रहे हैं। आक्या सहकारिता के चाणक्य कहे जाते हैं और उन्होंने यह कर के भी दिखाया है। विगत 15 वर्षों से भाजपा के उम्मीदवारों के सामने सहकारिता के चुनाव में कोई भी विपक्षी उम्मीदवार नहीं टिक पाया है। ऐसे नेता जो 23 हजार वोटो से दूसरी बार में विधानसभा में चुनाव में विजय रहे हैं। लेकिन पार्टी द्वारा उनका टिकट काटना निराशकजनक है। वर्तमान में पार्टी द्वारा चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काट कर बाहरी प्रत्याशी को दिया है। इससे विधानसभा चित्तौड़गढ़ की जनता में भारी रोष व्याप्त है। वहीं पार्टी ने जिन्हें टिकट दिया गया है उनका चित्तौड़गढ़ के मतदाताओं से विगत 15 वर्षों से कोई संपर्क नहीं है। इस निर्णय से सहकारिता के क्षेत्र में भारी नुकसान होने की संभावना है। विधानसभा के चुनाव के किसानों द्वारा पुनः चंद्रभान सिंह आक्या को टिकट देने की मांग की गई है।
इन्होंने लिखा पत्र
विधायक के टिकट को लेकर चार संस्थाओं के अध्यक्ष आगे आए हैं। इन सहकारी संस्थाओं में पूर्व विधायक एवं चित्तौड़गढ़ सहकारी भूमि विकास बैंक लिमिटेड के अध्यक्ष बद्रीलाल जाट, चित्तौड़गढ़ जिला सहकारी उपभोक्ता थोक भंडार लिमिटेड चित्तौड़गढ़ के अध्यक्ष एवं यूआईटी के पूर्व चेयरमैन सुरेश झंवर, चित्तौड़गढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह खोर तथा चित्तौड़गढ़ क्रय विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधान प्रवीण सिंह ने अलग-अलग पत्र लिखे हैं।
पत्र में कार्यों की भी दी जानकारी सहकारी
संस्थाओं के अध्यक्ष की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री को लिखे गए पत्र में सहकारिता के क्षेत्र में विधायक आक्या की ओर से किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया गया है। प्रमुख रूप से चित्तौड़गढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड में जो कार्य हुए हैं उसके बारे में अवगत करवाया गया है। साथ ही यह भी प्रमुखता से बताया गया है कि विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटने से सहकारिता के क्षेत्र में पार्टी को भारी क्षति होने की संभावना है। पत्र में मांग की गई है कि टिकट पर पुनर्विचार करके चंद्रभान सिंह आक्या को चित्तौड़गढ़ विधानसभा में पुनः चुनाव लड़वाने का अवसर दिया जाए।