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उज्जवल पब्लिक स्कूल और कैलिबर अकादमी पर गिरी गाज
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। प्रदेश में सरकार लगातार शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास करती है और इसीलिए नवाचार किए जाते हैं लेकिन निजी विद्यालय सरकार के आदेशों को दर किनार करने से बाज नहीं आते हैं। ऐसा ही एक मामला चित्तौड़गढ़ में सामने आया है जहां जिला मुख्यालय पर राज्य सरकार की समान परीक्षा योजना के नियमों की पालना नहीं करने को लेकर नोटिस जारी किए गए हैं। जवाब आने के बाद लापरवाही को लेकर मान्यता निरस्त करने की भी करवाई की जा सकती है। जानकारी के अनुसार राज्य सरकार द्वारा जारी परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार कक्षा 9 से 12 के लिए समान परीक्षा योजना के अंतर्गत अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसे लेकर पूरे जिले में समान रूप से प्रश्न पत्र बनाकर विद्यालयों में परीक्षाओं का आयोजन करने के निर्देश है। निर्धारित प्रश्न पत्र और निर्धारित परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार परीक्षाओं का आयोजन किया जाना अनिवार्य किया गया है लेकिन इसके विपरीत जिला मुख्यालय पर संचालित उज्जवल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल और कैलिबर अकादमी स्कूल को लापरवाही को लेकर नोटिस जारी किए गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने नोटिस जारी कर लापरवाही के संदर्भ में लिखित जवाब मांगा है। इसके पश्चात मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई भी की जा सकती है।
एक ने नहीं लिए प्रश्न पत्र तो दूसरे ने समय से पहले ही ठोक दिया स्कूल पर ताला
जानकारी लेने पर सामने आया कि जिला शिक्षा अधिकारी कल्पना शर्मा को समान परीक्षा में आयोजन को लेकर लापरवाही की जानकारी मिली तो नोडल प्रभारी से जानकारी लेकर कार्रवाई की है। प्रारंभिक रूप से नगर पालिका कॉलोनी में संचालित उज्जवल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा समान परीक्षा आयोजन के लिए जारी निर्देशों की पालना नहीं करते हुए परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र ही प्राप्त नहीं किया जबकि विभाग की योजना के अनुसार कक्षा 10 और 12 के लिए एक विषय का पेपर लिया जा चुका है। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय पर ही संचालित कैलिबर अकादमी स्कूल में परीक्षा से पूर्व वाचन निरीक्षण में परीक्षा समय होने पर भी विद्यालय पर ताला लगा मिला जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने दोनों विद्यालयों को इस संबंध में नोटिस जारी किए हैं।
यह है समान परीक्षा योजना
कक्षा 10 और कक्षा 12 के विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल होते हैं ऐसे में निजी मान्यता प्राप्त राजकीय सभी विद्यालयों में अध्यनरत विद्यार्थियों की गुणवत्ता जांच और परीक्षा प्रणाली से परिचित करने के उद्देश्य से जिला समान परीक्षा योजना लागू की गई है। इस संबंध में जारी परिपत्र की बात की जाए इसके अनुसार शैक्षिक उपलब्धि मिव्ययता समरूपता, और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए परिपत्र जारी किया गया है जिसकी अनिवार्य रूप से पालन किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश है। इसका आयोजन के लिए कमेटी भी बनाई गई है जिसमें पदेन जिला शिक्षा अधिकारी प्रथम अध्यक्ष अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक( शैक्षिक प्रकोष्ठ) उपाध्यक्ष, सचिव एवं संयोजन के लिए समान परीक्षा व्यवस्था केंद्र संस्था प्रधान और सह सचिव के लिए सचिव द्वारा मनोनीत शिक्षक की पूरी कमेटी बनाई गई है। नोडल केंद्र जिले में संचालित विद्यालयों द्वारा छात्रों की संख्या के अनुरूप प्रश्न पत्रों के मांग पत्र संग्रहित करने और उन्हें प्रकाशित करवा कर उन्हें संबंधित विद्यालयों तक ब्लॉक के माध्यम से पहुंचने का कार्य करते हैं।
मान्यता निरस्त करने के भी है निर्देश
कार्यालय निदेशक माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार समान परीक्षा व्यवस्था हेतु कक्षा 9 से 12 तक के अध्ययन करने वाले छात्रों को अनिवार्य रूप से इस परीक्षा में शामिल किया जाना और साथ ही समस्त राजकीय, अराजकीय, मान्यता प्राप्त हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों को इस परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है। शामिल नहीं होने की स्थिति में जिला शिक्षा अधिकारी को संबंधित विद्यालय के संदर्भ में मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई हेतु सक्षम अधिकारी को प्रस्ताव भेजे जाने के निर्देश दिए गए हैं। जिला मुख्यालय पर मामला सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कल्पना शर्मा ने जिले के अन्य विद्यालयों में भी समान परीक्षा की औचक जांच और लापरवाही पर कार्यवाही करने के लिए ब्लॉक स्तर पर भी अधिकारियों को निर्देशित किया है।
इनका कहना है
समान परीक्षा व्यवस्था के अंतर्गत परीक्षा करवाने के निर्देश हैं। वह विद्यालयों द्वारा पालन नहीं करने पर नोटिस दिया गया है अग्रिम कार्रवाई के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखा जाएगा।
कल्पना शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी(मा.)