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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। न्यायालय के आदेश पर अंतरिम जमानत पर रिहा हुवे दो बंदी समय पर नहीं लौट कर फरार हो गए। इन दोनों बंदियों को 15 घंटे की अवधि में जिला जेल में लौटना था लेकिन इनके नहीं आने से जेल प्रशासन ने तत्काल कार्यवाही करते हुवे चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी है। एक रिपोर्ट तो शनिवार रात को ही दे दी तो दूसरे बंदी के मामले में रिपोर्ट रविवार सुबह दी है। कोतवाली थाना पुलिस दोनों बंदियों की तलाशी में जुट गई है। यह दोनों ही बंदी मादक पदार्थ तस्करी के मामलों में गिरफ्तार होकर जेल में बंद चल रहे थे।
जानकारी में सामने आया कि न्यायालय के आदेश पर जिला जेल से दो बंदियों को पैरोल पर रिहा करने के आदेश दिए थे। इसमें से एक बंदी सुनील भादू को शनिवार शाम को चित्तौड़ जेल पर उपस्थिति देनी थी। वहीं दूसरे बंदी सुरेशचंद्र जाट को रविवार सुबह जिला जेल चित्तौड़गढ़ में उपस्थिति देनी थी। लेकिन दोनों ही बंदी नहीं पहुंचे। ऐसे में जेल प्रशासन ने एक रिपोर्ट शनिवार को और दूसरी रिपोर्ट रविवार को कोतवाली थाने में दी है।
जोधपुर जेल से अंतरिम जमानत, चित्तौड़ जेल में देनी थी उपस्थिति
चित्तौड़गढ़ सदर थाना पुलिस के 2021 के एक मामले में जोधपुर जिले के भोपालगढ़ थाना क्षेत्र में बिरयानी निवासी सुनील पुत्र मालाराम भादू बिश्नोई की गिरफ्तारी एनडीपीएस एक्ट में हुई थी। यह चित्तौड़ जेल में बंद था जिसे एक अन्य मामले में जोधपुर जेल ले जाया गया। तब से जोधपुर जेल में बंद चल रहा था। विशिष्ट न्यायाधीश एनडीपीएस एक्ट क्रमांक-एक चित्तौड़गढ़ के आदेश पर अंतरिम जमानत दी गई। न्यायालय के आदेश पर केंद्रीय कारागृह जोधपुर के अधीक्षक की ओर से 4 दिसंबर से 23 दिसंबर तक 20 दिवस अंतिम जमानत पर रिहा करते हुए पाबंद किया गया था। इस दौरान उसे अंतरिम जमानत की शर्तों की पालन करनी थी। अंतरिम जमानत का उपभोग कर 23 दिसंबर की शाम 5 बजे से पूर्व जिला जेल में उपस्थित होकर समर्पण करना था। लेकिन उक्त बंदी अंतरिम जमानत का उपभोग कर नियत दिनांक 23 दिसंबर को शाम 5 बजे कारागृह पर उपस्थित नहीं होकर फरार हो गया। ऐसे में जेल प्रशासन ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी है।
पत्नी की बीमारी की बात कह कर मांगी थी जमानत
जानकारी में सामने आया कि निंबाहेड़ा सदर थाने के प्रकरण संख्या 312/2023 में चंदेरिया थाने के सिरोड़ी निवासी सुरेशचंद्र पुत्र नाथू लाल जाट एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार हुआ था। यह जिला जेल में बंद चल रहा था। यह 26 सितंबर सितंबर 2023 से ही चित्तौड़ जेल में बंद था। विशिष्ट न्यायाधीश एनडीपीएस एक्ट क्रमांक- 1 चित्तौड़गढ़ के आदेश पर अंतरिम जमानत मिली थी। इसे 24 नवंबर 2023 से 24 दिसंबर 2023 तक 30 दिवस अंतिम जमानत पर रिहा करने के लिए पाबंद किया गया था। साथ ही 24 दिसंबर को सुबह 10 बजे से पूर्व चित्तौड़गढ़ जेल में उपस्थित होकर समर्पण करना था लेकिन उक्त बंदी सुबह 10 बजे तक उपस्थित नहीं होकर फरार हो गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसमें पत्नी की बीमारी की अंतरिम जमानत मांगी और हाईकोर्ट से आदेश था।