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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर के कोतवाली थाना इलाके में जिला जेल से पहले फुटपाथ पर स्थित एक कंबल की दुकान पर व्यवसाई और उसके सहयोगियों पर आधा दर्जन से अधिक आरोपियों ने हमला कर दिया। इसमें एक के हाथ और पैर तोड़ दिए। वहीं दुकान में भी आग लगी, जिस पर तत्काल ही काबू पा लिया। आरोपित यहां पीड़ित की जेब से पौने दो लाख रुपए की नकदी छीन कर भाग गए। इस संबंध में कोतवाली थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी में सामने आया कि कोतवाली थाना पुलिस ने प्रार्थी एमपी में मंदसौर जिले के सीतामऊ थाना क्षेत्र में सूर्यखेड़ा निवासी जगदीश पुत्र हजारीलाल बंजारा ने रिपोर्ट दी है। इसकी रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपित शहर के कीरखेड़ा निवासी लक्ष्मण कीर, इसके पुत्र रतन व रोशन, कन्हैयालाल पुत्र गिरधारी कीर, सोनू तथा पांच-छह अन्य व्यक्तियों को नामजद किया। रिपोर्ट में बताया कि 31 दिसंबर की रात को करीब 9 बजे प्रार्थी का पुत्र विनोद बंजारा कीरखेड़ा चौराहे के पास कंबल की दुकान पर था। यहां करीब 3 माह से कंबल की दुकान लगा रखी थी। प्रार्थी के पिता बीमार होने की वजह से वह मंदसौर में था। दुकान पर पीछे प्रार्थी का पुत्र विनोद बंजारा, बृजेश व भांजा तीनों थे। घटना की रात आरोपित बाइक पर हथियार से लैस होकर आए तथा हमला कर दिया। इसमें प्रार्थी के पुत्र विनोद के दोनों हाथ वह एक पैर फैक्चर हो गया। बाएं हाथ की अंगुली नाखून सहित कट गई। बीच बचाव करने आए प्रार्थी के भांजे के गाल एवं बाएं हाथ के कंधे में भी लगी। आरोपियों ने कंबल की दुकान में आग लगा दी जिसे प्रार्थी के छोटे पुत्र बृजेश ने बुझाई। आगजनी में तीन-चार कंबल जल गए वह करीब 10 हजार रुपए का नुकसान हुआ। प्रार्थी के पुत्र विनोद की जेब में रखे 1 लाख 70 हजार रुपए रतन की जेब से छीन लिए। वह विनोद का 15 हजार रुपए मूल्य का मोबाइल भी फोड़ दिया।हमला करने के बाद आरोपी मौके से भाग गए। प्रार्थी के पुत्र को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। इधर, कोतवाली थाना पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट पर प्रकरण कर जांच शुरू कर दी है।