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फ़ोटो मैच एप की सहायता से हुई पहचान
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। भीलवाड़ा जिले के सदर भीलवाड़ा थाने में मादक पदार्थों की तस्करी में गिरफ्तार होकर शाहपुरा सब जेल से कोर्ट के आदेश से अंतरिम जमानत से फरार हुए आरोपी को पारसोली थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सीसीटीएनएस के फोटो मैच एप्प की सहायता से आरोपी को पहचान कर गिरफ्तार किया। आरोपी अपने एक अन्य साथी के साथ मादक पदार्थों की खरीद हेतू डील करने आये थे।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर भुमाफिया, अवैध खनन, अवैध मादक पदार्थ की धरपकड तथा वांछित अपराधियों की धरपकड हेतू जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में एएसपी रावतभाटा भगवतसिंह हिंगड, डीएसपी बेगूं अंजली सिंह के निर्देशन एवं थानाधिकारी पारसोली प्रेमसिंह के नेतृत्व में थाने के एएसआई बालमुकन्द, रमेश कुमार, कानि. मस्तराम व बाबुलाल थाना क्षेत्र में गश्त की जा रही थी। इसी दौराने गांव नाल से रूपारेल बांध की ओर जाने वाले कच्चे रास्ते के पास सरकारी जंगल मे एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार झाड़ियो में छुपी हुई नजर आई। जिसके पास जाकर देखा तो कार के पास दो जवान उम्र के लड़के छुप हुऐ नजर आये, जो पुलिस जाब्ता को देखकर एकदम घबराकर भागने लगे। जिनको एएसआई व जाब्ता ने घेरा देकर पकडा, व दोनो का नाम पता पुछा तो दोनों अपनी पहचान छुपाने लगे। दोनो संदिग्धों द्वारा सही नाम पता नहीं बताने पर वास्तविक पहचान एवं संदिग्ध परिस्थितियों में मिलने पर आपराधिक रिकॉर्ड हेतू Crime and Criminal Tracking Network and Systems (CCTNS) एवं Raj Cop APP के Photo matching application की सहायता से चैक किया तो एक का नाम मोहम्मद ईस्फाक पुत्र मोसमदीन लुहार निवासी वार्ड न. 39 लुहारों का मोहला पुलिस थाना कोतवाली चुरू जिला चुरू एवं दूसरे का नाम आदिल पुत्र सहाबुदीन काजी उम्र 18 साल निवासी रामगढ सेठान थाना रामगढ़ जिला सीकर का होना पाया गया।
मोहम्मद ईस्फाक भीलवाड़ा जिले के सदर भीलवाड़ा थाने में मादक पदार्थों की तस्करी में गिरफ्तार होकर शाहपुरा सब जेल से कोर्ट के आदेश अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया था। जो अंतरिम जमानत की अवधि समाप्ति पर पुनः शाहपुरा सब जेल में उपस्थित नही होकर फरार हो गया।
दोनों ने पुलिस की संयुक्त पूछताछ में बताया कि वे मादक पदार्थो की तस्करी का कार्य करते तथा यहां मादक पदार्थों की खरीद हेतू डील करने आये है। जिन्हें पुलिस द्वारा डील से पूर्व पकड लिया गया। दोनो के कब्जे शुदा कार को धारा 38 पुलिस एक्ट मे जब्त किया गया। दोनों को बीएनएसएस की विभिन्न धाराओं में गिरफतार किया गया।
क्या है ? राजकॉप फोटो मेच एप्प-
किसी भी अपराधी की धरपकड़ और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राजस्थान पुलिस ने भी एआई तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया है। राजकॉप ऑफिशियल ऐप में फोटो मैचिंग ऐप्लिकेशन से अब किसी भी व्यक्ति का सिर्फ फोटो अपलोड करते ही राज्यभर के उससे मिलते-जुलते व्यक्ति का नाम पता व संपूर्ण ब्यौरा और आपराधिक विवरण खुल जाता है। यदि यह कहीं वांटेड है, तो भी पता लगाया जा सकता है।