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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। कन्या महाविद्यालय में आईक्युएसी और मानवाधिकार प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्त्वावधान में मानवाधिकार दिवस का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ गौतम कुमार कूकड़ा की अध्यक्षता में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में मानवाधिकार विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, निबन्ध प्रतियोगिता और व्याख्यानमाला भी आयोजित हुई। प्राचार्य ने बताया कि मानवाधिकार मानव की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सहायक आचार्य रेखा मेहता ने मलाला युसूफजई का उदाहरण देते हुए छात्राओं को बताया कि मानवाधिकार का क्षेत्र बहुत व्यापक है और वर्तमान में महिलाओं की मानवाधिकारों के संरक्षण में बहुत बड़ी भूमिका है। मानवाधिकार प्रकोष्ठ प्रभारी श्याम सुन्दर पारीक ने मानवाधिकार दिवस मनाने का प्रयोजन बताते हुए राष्ट्रीय और राज्य मानवाधिकार आयोग की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला। वाद विवाद प्रतियोगिता में छात्रा शीला जटिया ने ग्रामीण महिलाओं में मानवाधिकार की जानकारी के अभाव में होने वाले अत्याचारों की पीड़ा व्यक्त करते हुए मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता और शिक्षा की आवश्यकता का महत्त्व बताया। निबन्ध प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर क्रमशः निशि शर्मा, रचना पूर्बिया, गौरी शर्मा, वाद विवाद प्रतियोगिता में शीला जटिया प्रथम, शाहिना द्वितीय और यागिनि शर्मा तृतीय स्थान पर रही। कार्यक्रम में आईक्युएसी समन्वयक डॉ सी.एल. महावर, डॉ लोकेश जसोरिया, डॉ अन्जु चौहान, डॉ प्रीतेश राणा, डॉ शेरबानु, प्रभुलाल गुर्जर, शांतिलाल मेघवाल, वन्दना शर्मा, आकाश जोशी, अमित, जगदीश नाई, गोपाल लक्षकार आदि उपस्थित रहे।