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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिला मुख्यालय के निकट मंगलवार को शुरू हुआ बजरी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बजरी ठेकेदार के लोगों की और से की गई फायरिंग के बाद आक्रोशित लोगों ने जाम लगा दिया था। वहीं देर रात को अज्ञात लोगों ने बजरी ठेकेदार के नाके को आग के हवाले कर दिया। इसका एक वीडियो भी सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है। जानकारी में सामने आया कि मंगलवार को बजरी विवाद में ठेकेदार के लोगों की और से हीरा होटल पर की गई फायरिंग में चार लोग घायल हो गए थे। इनमें से एक को उदयपुर रैफर किया गया था। बाद में आक्रोशित गुर्जर समाज के लोगों ने जिला चिकित्सालय के बाहर धरना देकर मुख्य रोड को जाम कर दिया था। पुलिस अधिकारियों की समझाईश और चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद जाम खोल दिया गया था। लेकिन देर रात को फिर से विवाद ने तूल पकड़ा है। बताया गया है कि बजरी ठेकेदार की ओर से रॉयल्टी की जांच करने के लिए पुराने रिठोला चौराया के यहां पर नाका लगाया गया हुआ था। यहां उसका कार्यालय संचालित होता था, जहां पर रॉयल्टी कटवा कर निकलने वाले बजरी भरे वाहनों की जांच होती थी। यहां देर रात को अज्ञात लोगों की भीड़ पहुंची और तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी गई। यहां रॉयल्टी ठेकेदार के कार्यालय में लगी आग का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह स्थान चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर बताया गया है। पुराना रिठोला चौराहा उदयपुर-भीलवाड़ा सिक्सलेन पर है। इस मामले में भी प्रकरण दर्ज हो इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। वही आग में कितना नुकसान हुआ है इसका आंकलन नहीं हो पाया है।
मुख्य आरोपी अभी भी फरार, पकड़े चार आरोपित
जानकारी मिली है कि मुख्य चार आरोपी बन्जी उर्फ कृष्णपाल सिंह, भूपेंद्र उर्फ़ टम्मू, करण सिंह, बलवंत सिंह के खिलाफ समाज जनों ने रिपोर्ट दी है। पुलिस ने चारों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कर ली। इस बात की भी जानकारी मिली है कि बन्जी उर्फ कृष्णपाल सिंह, करण सिंह, विक्रम सिंह और एक अन्य आरोपी पुलिस के हिरासत में है। जबकि मुख्य आरोपी भूपेंद्र उर्फ़ टम्मू अभी भी फरार है। पुलिस आरोपियों के लगातार जानकारी जुटाने में लगी है।