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आगामी 4 अगस्त तक चलेगा अभियान
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। परिवहन विभाग ने स्कूलों का सत्र शुरू होने के साथ ही विद्यार्थियों को स्कूल लाने और ले जाने में लगी निजी स्कूलों की बसों की जांच को लेकर एक सघन अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत नियम विरुद्ध चलने वाले वाहनों को रोक कर जांच की जा रही है। जांच में नियम विरुद्ध पाए जाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। परिवहन विभाग अब तक 100 वाहनों की जांच कर चुका है। इसमें से कई वाहनों के चालान बना कर जुर्माना वसूल किया है। स्कूल बसों की जांच में सामने आया कि कुछ बसें तो अन्य राज्यों से लाकर यहां चलाई जा रही थी और उनके परमिट ही नहीं थे तो कुछ बसें ऐसी थी जिनके फर्श टूटा हुआ था, जिससे हर समय हादसे की संभावना बनी हुई थी। ऐसे वाहनों को सीज किया गया है। साथ ही जुर्माना भी वसूल किया गया।
जिला परिवहन अधिकारी सुमन विश्नोई ने बताया कि स्कूल शुरू होने के साथ ही परिवहन विभाग की ओर से जिले में 25 जुलाई से 4 अगस्त तक एक अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत पूरे चित्तौड़गढ़ जिले में स्कूल बसों की जांच की जा रही है। इस अभियान में अब तक निजी स्कूलों में चलने वाले 100 वाहनों की जांच की है। इनमें से नियम विरुद्ध पाए जाने पर 70 वाहनों के चालान बनाए हैं और 25 बसों को सीज किया गया है। कुछ बसों को तो प्रादेशिक परिवहन कार्यालय लाया गया है। अधिकांश बसों को संबंधित स्कूल में ही खड़ी करवा कर सीज किया गया है। उन्होंने बताया कि इस अभियान को लेकर पूरे जिले में निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में परिवहन विभाग का दस्ता स्कूल समय में बसों को रुकवा कर जांच कर रहा है। अब तक की जांच में सामने आया है कि बसों के फिटनेस खत्म हो चुके हैं। कई बसों के दस्तावेज अधूरे थे। एक-दो बसें ऐसी भी सामने आई, जिनमें फर्श टूटा हुआ था और बच्चों के गिरने की संभावनाएं बनी हुई थी। ऐसे नियम विरुद्ध चल रही बसों के खिलाफ कार्रवाई हुई है और अब तक छह लाख रुपए का जुर्माना वसूल किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत एक दिन एक साथ 18 बसों को पकड़ा गया।