views
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। चितौड़ दुर्ग प्रमुख पर्यटन क्षेत्र होने के साथ ही जिले के कई धार्मिक स्थल भी है। ऐसे में बड़ी संख्या के तीन पहिया और चार पहिया ऑटो चल रहे हैं। इनमें से कइयों के दस्तावेज पूरे नहीं है। परिवहन विभाग की और से ऐसे ही ऑटो चालकों के लिए पहल करते हुवे अभियान चलाया चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत ऑटो चालकों के समस्त दस्तावेज तैयार करवाए जा रहे हैं। इसके लिए परिवहन विभाग में प्रतिदिन एक निश्चित समय में अलग से काउंटर लगाया जा रहा है। दस्तावेज तैयार होने से नियम विरुद्ध चल रहे ऑटो चालकों के दस्तावेज पूरे हो जाएंगे। इससे ऑटो चालक बार-बार होने वाले जुर्माने और वाहन जप्त होने से बचेंगे।
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिले में पर्यटन और धार्मिक स्थल है। ऐसे में बड़ी संख्या में वर्षों से ऑटो चलते रहे है। समय के साथ ऑटो के दस्तावेज पूरे नहीं होते हैं। परिवहन विभाग ने स्कूली वाहनों की जांच की। इसमें सामने आया कि कई ऑटो के दस्तावेज पूरे नहीं होते। ऐसे में परिवहन विभाग ने जिले के ऑटो चालकों के दस्तावेज पूरे कराने का निर्णय किया। ऐसे में ऑटो चालकों से संपर्क किया गया। इसमें कई समस्याएं सामने आई। इस पर परिवहन विभाग ने ऑटो चालकों के लिए कार्य करने का निर्णय किया गया। इसके लिए ऑटो चालकों को बुलाया और उनसे बात की गई। इसमें उनकी कई समस्याएं सामने आई।
600 से ज्यादा ऑटो आए सामने
जिला परिवहन अधिकारी सुमन विश्नोई ने बताया कि जिले में प्रारंभिक रूप से जिले में 600 ऑटो होने की बात सामने आई है। वैसे तो यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है। ऐसे में ऑटो चालकों को बुलवा रहे हैं और दस्तावेज तैयार करवाने का कार्य हो रहा है। एक निश्चित समय में ऑटो चालक को बुला रहे है। यह कार्य इसी सप्ताह शुरू किया है और अगले सप्ताह इसमें तेजी लाएंगे।
यह हो रहे है कार्य
जिला परिवहन अधिकारी सुमन विश्नोई ने बताया कि ऑटो चालकों की समस्या से अवगत कराया था। उनके निर्देश पर ही ऑटो चालकों के लिए शिविर लगाया है। इस्मेनौटी चालकों के लाइसेंस बनाने, लाइसेंस रिन्युल करवाना व हेवी लाइसेंस बनवाना, ऑटो की आरसी रिन्यूल करवाना, फिटनेस बनवाना, बिना परमिट वाले ऑटो के परमिट बनवाने का कार्य हो रहा है। चालकों के फार्म भी भरवाए जा रहे हैं। साथ ही पीयूसीसी वैन भी मंगवा रखी है।
यह भी होंगे कार्य
जिला परिवहन अधिकारी विश्नोई ने बताया कि इसके अलावा ऑटो पर रिफ्लेक्टिव टेप लगा रहे है। इनके मेडिकल चेकअप के लिए कैंप भी लगाया जाएगा। सड़क सुरक्षा संबंधित एक प्रशिक्षण भी लगाया जाएगा। इसमें ऑटो चालकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। ऑटो चालकों के बाद स्कूल बस, ट्रक चालक और टैक्सी यूनियन वालों को भी प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने बताया कि इस अभियान में अब तक 30 चालक के लाइसेंस बने है और 23 ऑटो के दस्तावेज भी तैयार करवाए।