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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर के सदर इलाके में बुधवार शाम को बेड़च नदी के पास के स्थित रेलवे पुलिया को पार करते समय एक हादसा हो गया। पटरी पार करने के दौरान ट्रेन की चपेट में आई मां और एक बेटी की मौत हो गई। जबकि एक अन्य बेटी घायल हो गई, जिसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है। वहीं, दोनों मृतकों के शव को ग्रामीण अपने घर ले गए और किसी भी कार्रवाई के लिए इनकार कर दिया। सूचना मिलते ही कोतवाली, सदर, जीआरपी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। सदर थानाधिकारी ने चिकित्सालय में जानकारी लेने के बाद पीड़ित परिवार के घर रवाना हो गए। परिवार से पोस्टमार्टम के लिए कहा जाएगा। मृत मां और बेटी के शव को मौके से ही घर ले गए और चिकित्सालय लेकर ही नहीं आए।
जानकारी में सामने आया कि बेड़च नदी के ऊपर पुलिया पर यह हादसा हुआ है। यहां धनेत ग्राम पंचायत में डगला का खेड़ा के पास खराटा गांव आता है। यहां मुख्य मार्ग से काफी दूरी तय करनी पड़ती है। कई बार ग्रामीण रेलवे पुलिया पर पटरी पार कर सीधे ही आते जाते हैं। बुधवार शाम को करीब साढ़े चार बजे यह हादसा हो गया। यहां पटरी पार करने के दौरान जोधपुर-इंदौर ट्रेन की चपेट में मां और दोनों बेटियां आ गई। खराटा निवासी मीरा (30) पत्नी गंगाराम बागरिया अपनी दो बेटियों खुश्बा (5) व अंजलि (7) को टक्कर लगी। मीरा ने ट्रेन की ओर ध्यान नहीं दिया और उसकी चपेट में आ गई। साथ ही दोनों बेटियां भी ट्रेन की चपेट में आ गई। इसके कारण से मीरा और खुश्बा की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अंजलि गंभीर रूप से घायल हो गई। इसे आसपास के लोगों ने जिला अस्पताल लेकर आए, जहां भर्ती कर लिया गया। लेकिन मौके पर हुई मौत के बाद दोनों शवों को ग्रामीण घर लेकर चले गए। मौके पर कोतवाली थाना पुलिस, सदर थाना पुलिस और जीआरपी की थाना पुलिस पहुंची। लेकिन परिवार जनों ने किसी भी तरह की कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि मीरा बागरिया चित्तौड़गढ़ में काम करती थी। वहां से काम खत्म कर अपने गांव खराटा जा रही थी। पुल पार कर गांव जाने का यह शॉर्ट कट रास्ता है। इधर, सदर सीआई भवानी सिंह जिला चिकित्सालय पहुंचे। यहां मौजूद परिजनों से बात की। बाद में खराटा गांव के लिए रवाना हो गए। परिजनों से बात कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय लाया जाएगा।