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सीधा सवाल। चित्तौडगढ़। जौहर स्मृति संस्थान के महामंत्री तेजपाल सिंह शक्तावत ने बताया कि सर्व समाज, सर्वधर्म सामाजिक संगठनों व अन्य संगठनों - संस्थाओं एवं जौहर स्मृति संस्थान परिवार सहित सामूहिक श्रद्धांजलि अर्पण कार्यक्रम में महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ को शुक्रवार को जौहर भवन पर प्रातः 11 ;15 बजे कालिका माता मंदिर दुर्ग के महंत रामनारायण पुरी, नीलकंठ महादेव के महंत जगन्नाथ भारती व हजारेश्वर महादेव के महंत चंद्र भारती महाराज के द्वारा महेंद्र सिंह मेवाड़ के चित्र पर दीप धूप व पुष्पांजलि अर्पण के साथ श्रद्धांजलि सभा प्रारंभ हुई। जिसमें सर्वप्रथम पंडित अरविंद भट्ट ने गायत्री मंत्र का जाप किया।
महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे महाराणा भगवत सिंह मेवाड़ के ज्येष्ठ पुत्र होकर बीकानेर की राजकुमारी सुशीला कुमारी की कोख से 24 फरवरी 1941 में जन्म लिया। महेंद्र सिंह मेवाड ने मेयो कॉलेज में भी पढ़ाई की थी व वहां कि जनरल काउंसलिंग में उपाध्यक्ष रहे थे। वह अंग्रेजी भाषा के साथ मेवाड़ी भाषा के भी ज्ञाता थे। बोल चाल में मेवाड़ी में बात करना ज्यादा पसंद करते थे। इनका विवाह टिहरी गढ़वाल की राजकुमारी निरुपमा कुमारी मेवाड़ के साथ हुआ जो जौहर स्मृति संस्थान की प्रधान संरक्षक है, प्रतिवर्ष होने वाला जौहर मेला भी श्री मेवाड़ व राज परिवार के सानिध्य में ही होता आ रहा है। महाराणा की गाड़ी पर बैठने की 25वीं वर्षगांठ के बाद देव दर्शन हेतु महेंद्र सिंह मेवाड़ चित्तौड़गढ़ पधारे उस दौरान जौहर भवन पर भी आए एवं यहां के मुख्य हाल का उद्घाटन भी महाराणा के सानिध्य में महारानी साहिबा निरुपमा कुमारी जी मेवाड़ के कर कमलों द्वारा हुआ था। महेंद्र सिंह 1984 में भगवत सिह मेवाड़ के निधन के बाद मेवाड़ राजवंश के 76 वें उत्तराधिकारी (महाराणा मेवाड़) बने। महेंद्र सिंह 1990 में चित्तौड़गढ़ से भारतीय जनता पार्टी से सांसद चुने गए एवं केंद्र में उद्योग मंत्रालय की सलाहकार समिति में भी रहे। 10 नवंबर 2024 को महेंद्र सिंह मेवाड ने अंतिम सांस ली। यह पीछे एक पुत्र विश्वराज सिंह मेवाड़ जो वर्तमान में नाथद्वारा के विधायक हैं जिनका विवाह पंचकोट की राजकुमारी महिमा कुमारी से हुआ जो वर्तमान में राजसमंद की सांसद है।
श्रद्धांजलि सभा में ब्राह्मण समाज से ओमप्रकाश उपाध्याय व प्रशांत शर्मा, महेश्वरी समाज से अनिल ईनाणी, गोस्वामी समाज से यशवंतपुरी अहीर समाज से एडवोकेट किशन लाल अहीर, शिवसेना से गोपाल वैद, कुमावत समाज व कविगण प्रति निधि अमृतलाल चंगेरिया काव्य पाठ कर श्रद्धांजलि दी। चितौड़ी आठम समिति के मुकेश नाहटा माहेश्वरी ट्रस्ट अध्यक्ष अशोक काबरा, कर्नल रणधीर सिंह बस्सी, गायरी समाज से गणेश लाल पुर्बिया ने अपने संस्मरण सांझा किये। जन चेतना मंच के प्रांतीय अध्यक्ष हेमंत शर्मा, नामदेव दर्जी समाज के अध्यक्ष रतनलाल टेलर, आदि ने अपने विचार रखें। कतर (अरब) से श्रद्धांजलि अर्पित करने आए विपुल शर्मा ने दोहा प्रस्तुत किया। चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या बाहर होने से शोक पत्र भेजा जिसे उनके प्रतिनिधि अनिल ईनाणी ने पढ़कर सुनाया।
इस अवसर पर योगेंद्र सिंह सोलंकी अकोलागढ़ व सरपंच काशीराम मेघवाल मोहन लाल भट्ट आर्ट ऑफ लिविंग के भगवान लाल तडबा, सेन समाज के सत्यनारायण शंकर लाल, नंदकिशोर व बंसीलाल सुरेश शर्मा, तजगदीश टेलर, रवि विराणी, शशि रंजन तिवारी, दयाशंकर त्रिपाठी, राहुल व्यास देवेंद्र गोठवाल पवन शर्मा, सिख समाज के सुरेंद्र सिंह सोनी, जितेंद्र सिंह, सरपाल सिंह अरोड़ा, राजकुमार कुमावत, कालू सिंह पुनावता, चावण्ड सिंह चुंडावत भंवर सिंह गेंजरा, दलपत सिंह तिलोली, दुष्यंत सिंह ओछड़ी मंगल सिंह खंगारोत ईश्वर सिंह चित्तौड़ी खेड़ा कमलेश कुमार गुर्जर बालाजी व्यायाम शाला, रतन गुर्जर कुश्ती संघ सचिव, भूपाल राजपूत छात्रावास के एम डी लाल सिंह भाटी सज्जन सिंह चौथपुरा, नवीन सारथी, लक्ष्मण सिंह खोर चेयरमेन सी के एस बी, अजयपाल सिंह चरपोटिया, पृथ्वी सिंह हाडा, प्रदीप दीक्षित, शिवपाल सिंह झालारा, उदय सिंह सिंगोला मिट्टू सिंह रुद, जौहर स्मृति संस्थान के अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह विजयपुर, उपाध्यक्ष शक्ति सिंह मूरलिया, उपाध्यक्ष महिला निर्मला कंवर राठौड़, संयुक्त मंत्री गजराज सिंह बराड़ा, कोषाध्यक्ष गोवर्धन सिंह भाटी, पूर्व अध्यक्ष तख्त सिंह फाचर सोलंकी, अनिरुद्ध सिंह भाटी बानीणा, नाहर सिंह मुरोली, क्षत्रिय युवक संघ के गंगा सिंह साजियाली, नरपत सिंह भाटी दुर्गा सिंह चौगावड़ी, नागेंद्र सिंह विजयपुर, किशोर सिंह शक्तावत चित्तौड़गढ़ प्रधान देवेंद्र कंवर, रजनी कंवर, भगवत सिंह तंवर सहित राजपूत समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।