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राजस्थानी भजन गायकों की प्रस्तुतियां होंगी आकर्षण का केंद्र
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। बोजुन्दा पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप स्थित अति प्राचीन श्री कालभैरव (श्री काला जी बावजी) देव स्थल पर 22-23 नवंबर को भव्य जन्मोत्सव आयोजित किया जाएगा। भैरव अष्टमी के पावन अवसर पर होने वाले इस आयोजन में हवन, पूजन, अनुष्ठान, कलश शोभायात्रा, भजन संध्या और महाप्रसाद जैसे धार्मिक कार्यक्रम शामिल होंगे। इस आयोजन में आसपास के क्षेत्रों के साथ-साथ दूर-दराज से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु, विशिष्ट जन और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। पुजारी बाबूलाल जटिया सतखंडा ने जानकारी दी कि शुक्रवार, 22 नवंबर को रात 9 बजे से जागरण का आयोजन किया जाएगा। रात्रि 12:15 बजे महाआरती संपन्न होगी। मुख्य कार्यक्रम शनिवार, 23 नवंबर को होगा, जिसमें सुबह 9:15 बजे हवन का आयोजन होगा। इसके बाद 11:15 बजे श्री काल भैरव की भव्य शोभायात्रा और कलश यात्रा श्री काल भैरव सर्किल, विजन कॉलेज से मंदिर तक निकाली जाएगी। दोपहर 12:15 बजे सुप्रसिद्ध कलाकारों की संगीत प्रस्तुति के साथ महाआरती होगी। इसके पश्चात श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद का आयोजन किया जाएगा। दिनभर भजन संध्या का आयोजन रहेगा, जिसमें मेवाड़ के प्रसिद्ध भजन गायक शंकर लक्खा और उनकी पार्टी द्वारा भक्ति रस की प्रस्तुति दी जाएगी। यह देव स्थल युगादि चमत्कारिक मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है। यहां प्रत्येक शनिवार को बावजी की गादी लगती है और हर माह की अष्टमी को श्री कालिका माता की महाआरती का आयोजन होता है। मंदिर में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में सालभर आवागमन रहता है।
मान्यता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही, दैहिक, दैविक और भौतिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। श्रद्धालुओं ने बताया कि यह स्थल न केवल चित्तौड़गढ़ जिले और राजस्थान में, बल्कि मुंबई, दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में भी अपनी ख्याति के लिए प्रसिद्ध है।