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सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। हरीश आंजना स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती हर्ष और उल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष विमल नरेडी, विशिष्ट अतिथि शांतिलाल उपाध्याय, मार्तण्ड राव मराठा, समाजसेवी बसंतीलाल आंजना और कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. जगन्नाथ सोलंकी द्वारा गांधी की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन देते हुए प्राचार्य डॉ. दीपक मंडेला ने कहा, "इंदिरा गांधी नारी शक्ति का प्रतीक थीं। उनके साहसिक निर्णयों ने समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण को बदलकर उन्हें पुरुषों के समान अधिकार दिलाने में अहम भूमिका निभाई।"
मुख्य अतिथि विमल नरेडी ने अपने संबोधन में बताया कि इंदिरा गांधी में बचपन से ही निर्भीकता, साहस और देशप्रेम जैसे गुण थे। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी अपने अदम्य साहस से देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।" कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. जगन्नाथ सोलंकी ने कहा, "इंदिरा गांधी ने विषम परिस्थितियों में देश की बागडोर संभालकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। उनके बैंकों के राष्ट्रीयकरण और परमाणु परीक्षण जैसे निर्णयों ने भारत को अग्रणी देशों की श्रेणी में खड़ा कर दिया। उनकी प्रेरणा से बालिकाएं देश के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकती हैं।" इस अवसर पर छात्रा गीत भावना मीणा ने प्रस्तुति दी, जबकि लज्जावंती और हिमांशु यादव ने भाषण प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन संगीता अग्रवाल ने किया।
कार्यक्रम में राहुल जोशी, अजय यादव, नसरीन आरा, मनीष वैरागी, पुरणमल मीणा, गोविंद रजक, चौथमल, और नितेश आदि उपस्थित थे।