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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के निम्बाहेड़ा, चंदेरिया और चित्तौड़गढ़ स्टेशन को ‘ईट राइट स्टेशन’ प्रमाणन भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा घोषित किया गया है। यह आगामी 31 जुलाई 2026 तक मान्य रहेगा। यह तीनों ही स्टेशन चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है। रेलवे की और से स्टेशन पर दिए जाने वाली भोजन और नाश्ते पर विशेष नजर रखी जाती है।
पश्चिम रेलवे रतलाम के वरिष्ठ जन संपर्क अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा ‘ईट राइट स्टेशन' प्रमाणन उन स्टेशनों को प्रदान किया जाता है, जो यात्रियों को सुरक्षित और पौष्टिक आहार प्रदान करने में मानक स्थापित करते हैं। ‘ईट राइट’ भारत सरकार का एक ऐसा अभियान है, जिसमें सभी भारतीयों को सुरक्षित एवं स्वस्थ भोजन सुनिश्चित कर देश की खाद्य प्रणाली को बदलना है। इसकी टैग लाइन ही है “ सही भोजन, बेहतर जीवन”।
चित्तौड़गढ़ जिले के इन तीनों स्टेशनों पर भी ‘ईट राइट स्टेशन’ प्रमाणन के लिए स्टेशन पर विभिन्न मापदंडों को देखा गया था। इसमें प्लेटफार्म, स्टेशन परिसर, विभिन्न स्टॉलों की साफ-सफाई एवं स्वच्छता, सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना, खाद्य सामग्री के लिए पेपर का उपयोग नहीं करना, खाने के सामान बनाने के लिए उपयोग होने वाली सामग्री, जिनमें मसाले, नमक आदि ब्रांडेड होना, सभी खाद्य सामानों पर एक्सपायरी डेट लिखी होना, वेंडरों द्वारा गलब्स इस्तेमाल करने एवं उनका पुलिस सत्यापन, पीने के लिए शुद्ध पानी की सुविधा, सूखे एवं गीले अपशिष्ट के लिए उचित मात्रा में डस्टबिन की उपलब्धता आदि कई पहलुओं की जांच की गई। इसके बाद जांच अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर चित्तौड़गढ़, निम्बाहेड़ा एवं चन्देरिया को भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा स्टेशनों को यह प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। इस उपलब्धि को हासिल करने में मंडल के वाणिज्य एवं चिकित्सा विभाग का काफी सक्रिय योगदान रहा है। वाणिज्य एवं चिकित्सा विभाग ने स्टेशन पर सभी स्टॉल पर सभी मापदंड पूरे कराने का प्रयास किया।