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सात साल से बंद है मृगवन
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। विश्व विख्यात चित्तौड़ दुर्ग पर पर्यटकों का ठहराव बड़े, इसको लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। चित्तौड़ दुर्ग भ्रमण के बाद भी पर्यटक पर्यटकों का ठहरा हो, इसके लिए कई योजनाएं भी बनी है। लेकिन पर्यटक रात नहीं रुक पा रहे हैं। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी भी इस बात के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए चित्तौड़ दुर्ग पर स्थित मृग वन में बायोलॉजिकल पार्क बनाने का प्रस्ताव पूर्व के कार्यकाल में भी तैयार किया गया था। वही यहां पुनः बायोलॉजिकल पार्क को लेकर प्रस्ताव वन विभाग की ओर से भेजा गया है। इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि प्रदेश सरकार बायोलॉजिकल पार्क खोलने को लेकर प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजती है तो निश्चित ही वे केंद्र सरकार से इस प्रस्ताव को मंजूरी दिलवाएंगे। जानकारी में सामने आया कि वर्ल्ड हेरिटेज में शुमार चित्तौड़ दुर्ग पर लंबे समय से बायोलॉजिकल पार्क खोलने को लेकर चित्तौड़गढ़ सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। पूर्व में भी उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से बात की थी और यहां से प्रस्ताव भेजने को कहा था। लेकिन प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास नहीं पहुंच पाया था। वहीं एक बार पुनः वन विभाग ने मृगवन में बायोलॉजिकल पार्क खोलने को लेकर प्रस्ताव भेजा है। इसी को लेकर चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी का बयान सामने आया है। जोशी ने कहा है कि प्रदेश सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजती है तो केंद्रीय मंत्री से बात कर के इसके लिए प्रयास करेंगे।
लंबे समय से कर रहे हैं प्रयास
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जोशी ने कहा कि बायोलॉजिकल पार्क के लिए लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए मैनें ही जिला प्रशासन को कहा था कि अगर राज्य सरकार इसका प्रपोजल केंद्र को भेजेगा तो भारत सरकार से पूरा पैसा जारी करवा कर इस बायोलॉजिकल पार्क का विकास करवाएंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि पिछले कार्यकाल में भी केंद्रीय मंत्री अनिल दवे थे, जिन्होंने यहां के जो सचिव थे उन्हें भी फोन किया कि प्रस्ताव भेजिए। अब भी हम प्रयास कर रहे हैं कि जिला प्रशासन को लगातार कहा कि आप प्रस्ताव भेजिए। प्रस्ताव आएगा तो निश्चित ही भारत सरकार से इस प्रस्ताव को मंजूरी दिलवाएंगे। साथ ही। उन्होंने कहा कि चित्तौड़ दुर्ग पर विकास के कई कार्य करवाए हैं।
चित्तौड़ मृगवन में है हिरण प्रजाति के वन्य जीव
जानकारी में सामने आया कि विश्व विख्यात चित्तौड़ दुर्ग पर वर्ष 1971 में मृगवन खोला गया था। इसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया ने किया था। इसके पीछे उद्देश्य वन्य जीवों को संरक्षण देना था। वर्तमान में दुर्ग स्थित मृगवन में हिरण प्रजाति के जीव चीतल और सांभर है।
अगस्त 2016 से ही बंद पड़ा है मृगवन
जानकारी में सामने आया कि विश्व विख्यात चित्तौड़ दुर्ग स्थित मृगवन वर्षों से पर्यटकों की पसंद रहा है। वन्य जीवों को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक मृगवन आते रहे हैं। इस मृगवन को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली के आदेश व मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव उदयपुर के आदेशों की पालना में 26 अगस्त 2016 से ही पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। ऐसे में यह मृगवन वन विभाग चित्तौड़ के अधीन तो है लेकिन पर्यटकों के लिए बंद है।