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राजस्व विभाग की जांच शुरू, विद्युत निगम ने भी किया इंकार, पुलिस थाने में राजस्व विभाग देगा रिपोर्ट
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर में भीलवाड़ा मार्ग पर स्थित बेड़च नदी पुलिया के यहां पर चार दिन पूर्व हरे पेड़ काटने वालों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। यहां आखिर पेड़ कौन काट गया, यह स्पष्ट नहीं हो पाया हैं। इस मामले में विद्युत निगम ने पेड़ काटने से इंकार कर दिया है। मामले में राजस्व विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है। राजस्व विभाग की प्रारंभिक जांच में कॉलोनाइजर ने भी पेड़ काटने से इंकार किया है। तहसीलदार चित्तौड़गढ़ ने बताया कि इस संबंध में पटवारी ने मौका रिपोर्ट तैयार की हैं, जिसके आधार पर कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि निजी कॉलोनी को चमकाने के लिए पेड़ काटने के समाचार को सीधा सवाल ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बात राजस्व महकमे ने जांच शुरू करते हुवे चित्तौड़गढ़ तहसीलदार ने पटवारी को मौके पर भेजा है।
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ शहर में भीलवाड़ा मार्ग पर अंबेडकर पुलिया के पास में लगे करीब एक दर्जन हरे पेड़ शनिवार को किसी अज्ञात व्यक्ति ने काट दिए थे। पेड़ काटने का उद्देश्य सामने नहीं आया था। लेकिन इन पेड़ को काटने से पास में स्थित एक निजी कॉलोनी को फायदा पहुंच रहा था। ऐसे में आशंका थी कि इस कॉलोनी को डेवलप करने में लगे कॉलोनाइजर अथवा उनके साथियों की ओर से यह पेड़ कटवाए हो। इस संबंध में सीधा सवाल समाचार पत्र के सोमवार के अंक में "हरित राजस्थान को दिखाया ठेंगा, कॉलोनी को चमकाने के लिए काट दिए हरे पेड़" शीर्षक से समाचार का प्रकाशन किया था। इसमें हरे पेड़ों को काटने को लेकर सवाल उठाए थे। एक तरफ केंद्र एवं राज्य सरकार अभियान चला कर लोगों को अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने के लिए प्रेरित कर रही है। वहीं दूसरी ओर एक निजी कॉलोनी के पास इस तरह तरीके से पेड़ काटे जा रहे हैं। इस संबंध जिला प्रशासन को भी सूचना नहीं थी ना ही अनुमति भी नहीं ली थी। इसे लेकर चित्तौड़गढ़ तहसीलदार महिपाल कलाल से बात की गई थी। समाचार प्रकाशन के बाद राजस्व महकमा हरकत में आया और जांच शुरू कर दी गई है। इसे लेकर चित्तौड़गढ़ महिपाल कलाल ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद पटवारी को मौके पर जांच के लिए भेजा गया था। मौके पर काफी पेड़ काटे गए हैं। ऐसी जानकारी मिलने के बाद जांच करने को कहा है। पटवारी ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है। इसमें सामने आया कि अंबेडकर पुलिया के पास हरे पेड़ काटे गए हैं। पेड़ किसने काटे हैं इसकी जांच की जा रही है। पहले विद्युत निगम के पेड़ काटने की बात कही जा रही थी। लेकिन निगम के अधिकारियों ने पेड़ काटने से इंकार किया है। वही कॉलोनाइजर से भी संपर्क किया है, जिसने भी पेड़ काटने से इंकार कर दिया। ऐसे में अंबेडकर पुलिया के पास पेड़ किसने काटे इस बात की जांच की जा रही है। वहीं इस मामले में एक लिखित रिपोर्ट पुलिस थाने में भी दी जाएगी। पुलिस भी अपने स्तर पर जांच करेगी। बाद में राजस्व विभाग की ओर से नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
निगम का काम पेड़ों की छंगाई करना, नहीं काटे पेड़
एक बारगी तो यह कहा जा रहा था कि पास से गुजर रही विद्युत लाइन के चलते निगम के ठेकेदार ने पेड़ काटे हो। इस पर अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों से भी भी बात की गई। एवीएनएल के सहायक अभियंता (शहर) ऋषभ भार्गव ने बताया कि यहां हमने पेड़ नहीं काटे हैं। विद्युत निगम लाइनों के रख रखाव के लिए पूरा पेड़ नहीं काटता।