views
छोटीसादड़ी। समय बीताने के लिए करना है कुछ काम। जी, हां लॉकडाउन के इस दौर में पढ़ाई व व्यवसाय करने वाले युवक-युवतियों पर यह शब्द सटीक बैठता है। जहां छोटे बच्चे खेल में तो युवा वर्ग घर के काम में अपना समय गुजार रहे हैं। समय बीताने के लिए कुछ न कुछ करना भी बहुत जरूरी है। घरों में छोटे बच्चों की जिदंगी खेल में गुजर रही है। बच्चों की टोली कहीं अष्टा-चंगा खेलते हुए देखने को मिलती है,तो कभी चोर सिपाही जैसे कई तरह के खेलो में व्यस्त रहते हैं। कोरोना संक्रमण के बीच लॉकडाउन में युवा वर्ग भी बेहतर तरीके से समय गुजार रहे हैं। ज्यादातर युवा अपने घर के काम काज में व्यस्त रहते हैं। इधर, टीवी के जरिए समाचार व गीत-संगीत सुनकर प्रौढ़ वर्ग का समय बीत जा रहा है।
पेंटिंग बनाकर सजा रहे घर को ....
इंदौर से एयरहोस्टेस का कोर्स करने वाली आँचल बताती है कि घर में रहकर अपनी रुचि के अनुसार कार्य को बेहतर करने के लिए भी यह एक अच्छा मौका है। लॉकडाउन के इस दौर में पूरा समय घर को आकर्षक सजाने के लिए पेंटिंग कर रंगों से केनवास पर चित्र उकेर कर घर को विभिन्न भित्ति चित्रों से सजावट का कार्य कर अपना समय गुजर रहा है।
घर के काम में हाथ बटा रही हु
उदयपुर से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही पल्लवी आसलिया बताती है कि लॉकडाउन के दौरान पढ़ाई का कार्य बंद होने के बाद इस समय घर पर रहकर अपनी माता के काम में हाथ बटा रही है। पल्लवी का कहना है कि घर में बहुत सारा काम आधूरा पड़ा रहता है। इस दौर में अधूरा काम पूरा करने का अच्छा मौका भी है। और इसके साथ ही अपना भी समय घर में बीत रहा है। साथ ही पढ़ाई के दौरान जो सीखा उसका सिलाई मशीन से नव सृजन भी कर रही हूं। बिना काम का घर में दिन काटना भी बहुत मुश्किल हो जाएगा। इसलिए घर का अधूरा काम पूरा कर रही हु।
घर पर ही बना रहे नक्शे
आर्कटिक का कोर्स कर अपना व्यवसाय कर रहे विशाल आसलिया बताते है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देशभर में लॉकडाउन है। इस लॉकडाउन में सभी की दिनचर्या में काफी अंतर है। इसलिए घर से बाहर नहीं निकलना है। बल्कि घर में रहकर अपना समय बीतना है क्योंकि इसका संक्रमण भी बहुत तेजी से फैलता है। घर पर खाली बैठे रहने से निराशा ओर उदास रहने की जगह क्यो ना कुछ कार्य किया जाए इसलिए घर में रहकर लेपटॉप पर ही व्यवसायिक व आवासीय नक्शो का कार्य कर दिनो को आनंद के साथ गुजार कर इस वायरस की जंग को जीता जाए।