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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर की उप नगरीय बस्ती चंदेरिया क्षेत्र में एक कृषि भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी हस्ताक्षर से उपपंजीयक कार्यालय में दस्तावेज पंजीयन कर देने का मामला सामने आया है। इस मामले में प्रार्थी ने उप पंजीयक सहित 8 लोगों के विरूद्ध चंदेरिया थाने में प्रकरण दर्ज करवाया है।
जानकारी में सामने आया कि राेलाहेड़ा निवासी राजूलाल जाट ने चंदेरिया थाने में रिपोर्ट दी है। इसमें बताया कि उसकी 3.2 हैक्टेयर कृषि भूमि रोलाहेड़ा में स्थित है। यह भूमि उनकी बहन लाली बाई, सूखीबाई, माता चांदी बाई और स्वयं उसके नाम पर है। रिपोर्ट में बताया कि उसकी जमीन हड़पने की योजना बना कर राधेकृष्णा डवलपर्स के अंकुर अजमेरा, मंडपिया गंगरार निवासी वकील कुमार बंजारा, भीलवाड़ा निवासी योगेश पुरी, हकीम खां, सेंती निवासी राकेश, पुठोली निवासी अशोक सालवी, सिंगोला निवासी रतन गुर्जर और उपपंजीयक पुनिता सांखला ने धोखाधड़ी के उद्देश्य से गत 1 फरवरी और 15 फरवरी को दो विक्रय पत्र तैयार किए। इससे प्रार्थी व उसकी बहन के फर्जी हस्ताक्षर व अंगूठा निशानी कर पंजीयन करवा दिया। जबकि इस विक्रय के एवज में उसे कोई राशि नहीं मिली है। इधर, प्रार्थी राजू जाट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि आरोपित अंकुर अजमेरा कई दिनों से उसकी जमीन हड़पने के लिए योजना बना रहा था और उसने नोटेरी पब्लिक से सामान्य अधिकार विलेख तैयार करवा कर मिली भगत कर जमीन का बेचान करवा दिया। इस मामले में उसने धोखाधड़ी करने और समस्त दस्तावेजों की एफएसएल से जांच कराने की मांग की है। इस मामले में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4), 338, 336, 340, 61 (2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। अब इस मामले की जांच में पुलिस जुटी है।