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बारिश की आफत के बाद अब सामान्य होने लगा है जनजीवन

सीधा सवाल
पाली शहर की कई कॉलोनियों में जलभराव की अभी बनी हुई है स्थिति तो, कई स्थानों पर जलनिकासी से मिली है राहत जिला प्रशासन द्वारा भी एहतिहात के तौर पर राहत बचाव टीम को किया है अलर्ट, जिला कलेक्टर LN मंत्री,एसपी चुनाराम जाट लगातार शहर के हालातों पर कर
रहे है मॉनिटरिंग दो दिन हुई मूसलाधार बारिश से पूरा शहर डूब गया। पाली शहर में रविवार सुबह 8 बजे से सोमवार शाम 5 बजे तक 252 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालात इतने बिगड़े हैं कि आज भी स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। शहर की कई प्रमुख कॉलोनी में जाने का रास्ता बंद हो गया है। कहीं गड्ढे में कार फंसी तो कहीं दूध लेने निकले युवक की करंट से मौत हो गई। सोमवार को शहर की स्थिति देखने निकले जिला कलेक्टर और एसपी को भी ट्रैक्टर पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा।शहर के रामदेव रोड की मुख्य सड़क भी बरसाती पानी में डूबी नजर आईं। यहां घरों में पानी घुस गया। मोची कॉलोनी में कुछ लोग घरों में घुसा पानी निकालने की मशक्कत करते दिखे। आदर्श नगर की तरफ पहुंचे तो वहां पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख के मकान के आगे भी दो से तीन फीट तक पानी भरा दिखा।बांगड़ हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. कैलाश परिहार के पास के मकानों और दुकानों के अंदर तक पानी घुसा हुआ था। लोगों ने बताया कि- हर साल मानसून में ऐसी समस्या का सामना करना पड़ता है। कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी आए और गए, लेकिन समस्या बरकरार है। शहर के पॉश इलाके वीडी नगर, नेशनल पार्क की सड़कें भी बरसाती पानी में डूबी नजर आईं। लोढ़ा स्कूल से सूरजपोल की तरफ जाने वाली रोड स्विमिंग पूल की तरह नजर आ रही थी। यहां सड़क पर तीन फीट तक पानी भरा हुआ था। कोई हादसा न हो जाए इसलिए यहां होमगार्ड के जवान को भी तैनात किया गया था।पिछले साल मानसून में जिस तरह लोढ़ा स्कूल रोड पर पानी भरा था, वैसा ही नजारा इस बार भी दिखा।
