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सीधा सवाल। चिकारड़ा। विश्व सनातन हिंदू धर्म रक्षा मंच के तत्वावधान में सनातन परंपराओं के जागरण और पुनर्स्थापना के लिए एक विशेष अभियान का शुभारंभ किया जा रहा है। परम् गौ भक्त और विख्यात कथावाचक पंडित राधेश्याम सुखवाल के नेतृत्व में सनातन हिंदू धर्म जागरण पदयात्रा का आयोजन 24 नवंबर से 19 फरवरी तक किया जाएगा। पदयात्रा के दौरान 11 गांवों में भ्रमण करते हुए धर्म-संस्कारों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। प्रत्येक विश्राम स्थल पर 7 दिनों तक भागवत कथा का आयोजन होगा, जिसमें सनातन धर्म की परंपराओं और उनके महत्व को विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया जाएगा। इसके साथ ही हर गांव में 108 तुलसी-शालिग्राम विवाह का आयोजन किया जाएगा।
पदयात्रा का मार्ग और कार्यक्रम
पदयात्रा इन मार्ग से होकर गुजरेगी -24-30 नवंबर: सावा, 3-9 दिसंबर: कन्नौज, 12-18 दिसंबर: बानसेन, 21-27 दिसंबर: भादसोड़ा, 30 दिसंबर-5 जनवरी: संगेसरा, 8-14 जनवरी: आकोला, 17-23 जनवरी: फतहनगर, 26 जनवरी-1 फरवरी: भूपालसागर, 4-10 फरवरी: कपासन, 13-19 फरवरी: धमाना में पदयात्रा गुजरेगी। पंडित राधेश्याम सुखवाल ने जानकारी दी कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि समय के साथ अनेक परंपराएं लुप्त होती जा रही हैं, और युवा पीढ़ी में धर्म और संस्कारों की अलख जगाने की आवश्यकता है। सुखवाल ने सनातन धर्म के अनुयायियों से अपील की है कि वे इस आयोजन में सहभागी बनें और संतों के दर्शन व आशीर्वाद प्राप्त करें। इसके साथ ही केवल ₹500 शुल्क जमा करवाकर तुलसी विवाह में भागीदारी का सुअवसर प्राप्त किया जा सकता है। सुखवाल ने कहा कि सनातन धर्म अपनी अनूठी परंपराओं, विशाल मंदिरों और मान्यताओं के कारण विश्वभर में विशिष्ट पहचान रखता है। लेकिन वर्तमान में इन परंपराओं पर विधर्मियों द्वारा प्रहार हो रहे हैं। इन्हीं परंपराओं को जीवंत रखने के लिए इस प्रकार के आयोजनों का आयोजन आवश्यक है।
आयोजन समिति ने सभी धर्मप्रेमी जनों से इस पवित्र यात्रा और कार्यक्रम में सम्मिलित होकर धर्म जागरण के प्रयास को सफल बनाने की अपील की है।