views

सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। नेहरू युवा केंद्र संगठन और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को पीएम श्री गुलाबचंद मेवाड़ी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी विवेकानंद के छवि चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राचार्य प्रभु नारायण मीणा थे, जबकि अध्यक्षता एनएसएस प्रभारी सुनीता मराठा ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में ज्योति शर्मा, अर्चना शर्मा और मनीष टेलर उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुनीता मराठा ने कहा, "स्वामी विवेकानंद ने अपना संपूर्ण जीवन देश की सेवा और युवाओं को प्रेरित करने में समर्पित किया। उनकी शिक्षाएं आज भी हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।" उन्होंने बताया कि हर साल 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। 1985 से भारत सरकार इसे युवाओं को स्वामी जी के विचारों से प्रेरित करने के लिए ‘युवा सप्ताह’ के रूप में मनाती है। ज्योति शर्मा ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ। उनके बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। स्वामी जी ने अपनी शिक्षा पूरी कर, परमहंस महाराज के सानिध्य में ब्रह्म समाज से जुड़कर आध्यात्मिक और सामाजिक कार्यों की ओर कदम बढ़ाया। मनीष टेलर ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद को यूथ आइकॉन के रूप में जाना जाता है। इस वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस का विषय ‘राष्ट्र निर्माण के लिए युवा सशक्तिकरण’ और थीम ‘युवा एक स्थायी भविष्य के लिए: लचीलेपन और जिम्मेदारी के साथ राष्ट्र को आकार देना’ है। उन्होंने कहा कि स्वामी जी के विचार युवाओं को देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं। कार्यक्रम के दौरान ‘विवेकानंद जानो’ प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें 80 से अधिक युवाओं ने भाग लिया। विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रियांश शर्मा, भावेश टेलर, मीनाक्षी साहू, हर्षित साहू, मनीष टेलर, अंकित जाटव और निखिल प्रजापत सहित कई युवा उपस्थित थे।