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"एआई और डिजिटल कौशल के माध्यम से युवाओं का सशक्तिकरण"

डॉ हेमलता मीना प्रोफेसर इतिहास राजकीय महाविद्यालय बस्सी जयपुर
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। सन 2014 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day) के रूप में मानने का निश्चय किया, जिससे कि युवाओं को रोज़गार, गरिमापूर्ण कार्य और उद्यमिता के लिए आवश्यक कौशलों से लैस करने के रणनीतिक महत्व का उत्सव मनाया जा सके।
आज 15 जुलाई 2025 को विश्व युवा कौशल दिवस की 10वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। इस वर्ष की थीम है: एआई और डिजिटल कौशल के माध्यम से युवाओं का सशक्तिकरण।
चौथी औद्योगिक क्रांति के रूप में जानी जा रही कृत्रिम बुद्धिमत्ता ( Artificial Intelligence) वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को नया आकार दे रही है।इसके व्यापक और गहरे प्रभावों को देखते हुए तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण (TVET) को भी बदलना होगा ताकि युवा भविष्य के लिए तैयार कौशल प्राप्त कर सकें।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता हमारे जीवन ही नहीं हमारे सीखने और काम करने के तरीके को बदल रही है परंतु इसके लिए आवश्यक है कि इसे सभी क्षेत्रों में सभी जगह समान रूप से अपनाया जाए लेकिन यदि ऐसा नहीं किया गया तो यह मानवता के लिए गंभीर जोखिम भी उत्पन्न कर सकता है।
विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर, हमे एकजुट होकर युवाओं की परिवर्तन के प्रेरक के रूप में शक्ति को पहचानने और उन्हें कृत्रिम बुद्धिमत्ता , डिजिटल कौशल से सुसज्जित करने के लिए प्रतिबद्ध होने की आवश्यकता को समझना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे आज की चुनौतियों का समाधान कर सकें और शांति, समावेशन और स्थिरता से भरे भविष्य का निर्माण कर सकें जो कि सतत विकास की अवधारणा के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस का कहना है कि
> "जैसे-जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता हमारी दुनिया को नया आकार देता है, युवाओं को केवल शिक्षार्थी नहीं बल्कि एक न्यायसंगत डिजिटल भविष्य के सह-निर्माता के रूप में देखा जाना चाहिए।"
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस बाबत कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें प्रमुख है:-
आई एल ओ कार्यक्रम आयोजन :-
शीर्षक: डिजिटल और एआई कौशल के माध्यम से परिवर्तन के एजेंट के रूप में युवाओं को सशक्त बनाना
तिथि: 15 जुलाई 2025
स्थान: आई एल ओ संयुक्त राष्ट्र कार्यालय, न्यूयॉर्क
आयोजक: पुर्तगाल और श्रीलंका के स्थायी मिशन, यूनेस्को, आई एल ओ और संयुक्त राष्ट्र युवा कार्यालय।
उद्देश्य: डिजिटल और एआई कौशल के माध्यम से समावेशी और टिकाऊ समाजों का निर्माण करना, युवाओं को सशक्त बनाना, शिक्षा को आगे बढ़ाना और नैतिक तकनीकी उपयोग को बढ़ावा देना।
डब्लू वाई एस डी 2025 मुख्य समारोह का आयोजन:-
तिथि: 15 जुलाई 2025
स्थान: ऑनलाइन
घटनाएं: उच्च-स्तरीय पैनल चर्चा (संयुक्त राष्ट्र, नीति निर्माता, शिक्षक और युवा नेता) — पेरिस केलर्निंग प्लैनेट इंस्टीट्यूट और न्यूयॉर्क के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय से।
विशेष कार्यक्रम: एआई, लड़कियाँ और ग्रीन ट्रांजिशन:-
शीर्षक: भविष्य को रीवायर करना: कैसे एआई एशिया-पैसिफिक में लड़कियों और युवाओं को ग्रीन ट्रांजिशन के लिए सशक्त बना सकता है?
तिथि व समय: 15 जुलाई 2025,
स्थान: वर्चुअल
विश्व युवा कौशल दिवस की चर्चा के बीच यह जानना जरूरी है कि आखिर विश्व युवा कौशल दिवस क्यों इतना महत्वपूर्ण है?
तो बात यह है कि सन 2014 में घोषित इस दिवस का उद्देश्य युवाओं को रोजगार, उद्यमिता, और कौशल विकास के अवसर उपलब्ध कराना है। संयुक राष्ट्र संघ के अनुसार यह दिवस युवाओं, टी वी ई टी संस्थानों, कंपनियों, नीति निर्माताओं और विकास भागीदारों के बीच संवाद का मंच भी प्रदान करता है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के शिक्षा 2030 का लक्ष्य है – गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सभी के लिए आजीवन सीखने के अवसर। इसमें टी वी ई टी की विशेष भूमिका है,ये है:-
युवाओं को तकनीकी और व्यावसायिक कौशल प्रदान करना ,उनके लिए रोजगार, उद्यमिता और गरिमापूर्ण कार्य को बढ़ावा देना,लैंगिक समानता और कमजोर वर्गों को अवसर देना साथ ही हरित अर्थव्यवस्था और पर्यावरणीय स्थिरता में योगदान देना ताकि सतत विकास की अवधारणा को मूर्त रूप दिया जा सके।
टी वी ई टी युवाओं को न केवल स्व-रोजगार के लिए कौशल देता है, बल्कि कंपनियों की बदलती ज़रूरतों के अनुसार कुशल मानव संसाधन भी तैयार करता है। यह नौकरी के नए रास्ते खोलने, उत्पादकता बढ़ाने, और वेतन के स्तर सुधारने में सहायक है जिससे निश्चित ही जीवन स्तर को सुधारने में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए रूरल गाम्बिया के एक युवा के जीवन में कौशल से बदलाव की कहानी को ले ।अलहादगी फाल नामक एक 24 वर्षीय युवा ने 3 महीने की सब्जी उत्पादन की ट्रेनिंग ली। अब वे और उनके भाई स्ट्रॉबेरी और अन्य मूल्यवान फल उगाकर एक सफल व्यवसाय चला रहे हैं।
कौशल विकास युवाओं के विकास के लिए विश्वभर में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र संघ के डाटा के अनुसार विश्वभर के 450 मिलियन युवा (हर 10 में 7) आर्थिक रूप से निष्क्रिय हैं।
86% छात्र कृत्रिमबुद्धिमत्ता-युक्त कार्यस्थल के लिए अपने आप को अपर्याप्त रूप से तैयार महसूस करते हैं।
सन 2022 में, 40% से अधिक युवा न नौकरी में थे, न शिक्षा में और न प्रशिक्षण में ।
90% किशोर लड़कियाँ और युवा महिलाएं कम आय वाले देशों में इंटरनेट से वंचित हैं।
विकसित देशों में भी, केवल 1 में से 10 बच्चे प्रति सप्ताह 1 घंटे से अधिक डिजिटल डिवाइस से सीखते हैं।
वैश्विक स्तर पर केवल 16% देशों में साइबरबुलिंग से जुड़े शैक्षिक कानून हैं
इन उपरोक्त तथ्यों से आप वैश्विक स्थिति की आसानी से कल्पना कर सकते हैं।
वैश्विक स्तर पर संयुक्त राष्ट्र संघ जैसी संस्थाओं द्वारा युवाओं के कौशल विकास के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
यूनिसेफ का जनरेशन अनलिमिटेड और संयुक्त राष्ट्र युवा कार्यालय, 2025 की डब्ल्यूवाईएसडी गतिविधियों का नेतृत्व कर रहे हैं ताकि युवा कौशलों को वास्तविक अवसरों से जोड़ा जा सके — बुनियादी साक्षरता से लेकर एआई जैसे उन्नत डिजिटल कौशल तक।
टी वी ई टी संस्थानों के लिए उद्यमशीलता आधारित शिक्षा उन्हें यह समझने में मदद करती है कि उद्यमिता की वास्तविक ज़रूरतें क्या हैं, और एक समर्पित इकोसिस्टम कैसे बनाया जाए।
भारत जैसे देश में युवाओं को कौशल विकास की आवश्यकता ज्यादा है क्योंकि दुनिया के सबसे ज्यादा युवा भारत में बसते हैं और यदि उन्हें कौशल विकास के अवसर ज्यादा मिलेंगे तो निश्चित ही उन्हें देश में ही नहीं विदेशों में भी अच्छे रोजगार के द्वार खुलेंगे जिससे उन्हें अपना जीवन स्तर सुधरने में मदद मिलेगी।
