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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़।
कृषि विज्ञान केन्द्र, चित्तौड़गढ़ द्वारा राज्यपाल स्मार्ट विलेज पहल कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को पायरी ग्राम पंचायत (पंचायत समिति बड़ीसादड़ी) में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन तकनीकी विषय पर आयोजित इस प्रशिक्षण में 43 कृषक एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम में प्रसार शिक्षा निदेशालय, उदयपुर के निदेशक डॉ. आर.एल. सोनी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यपाल स्मार्ट विलेज पहल के तहत चयनित पायरी गांव अब स्मार्ट गांव के रूप में विकसित होगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी अपनाकर फसल, सब्जी उत्पादन, पशुपालन, मुर्गीपालन और बागवानी को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
डॉ. सोनी ने कृषकों के साथ संवाद कर स्मार्ट विलेज पायरी में लगाई गई विभिन्न प्रदर्शनी इकाइयों जैसे – मुर्गीपालन इकाई, वर्मी कम्पोस्ट इकाई, अजोला इकाई और बीज भंडारण कोठी का अवलोकन किया।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र, चित्तौड़गढ़ के डॉ. आर.एल. सोलंकी ने मृदा स्वास्थ्य सुधार हेतु जैविक खादों के उपयोग, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण विधियों और वर्मीवॉश बनाने की तकनीक की जानकारी दी। उन्होंने खरीफ फसलों में मक्का की फॉलआर्मी व सोयाबीन की येलो मोजेक बीमारी नियंत्रण हेतु दवा छिड़काव की प्रायोगिक जानकारी भी प्रदान की।
कार्यक्रम सहायक श्रीमती दीपा इन्दौरिया ने किसानों को पोषण वाटिका लगाने की तकनीकी जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रगतिशील किसान लाल सिंह मीणा, लक्ष्मण सिंह मीणा, नानू सिंह मीणा सहित अनेक कृषक उपस्थित रहे।